Saturday 30 June 2018

क्यूँ नहीं महसूस होता है आज उसको मेरा दर्द #श्वेता, 
जिसने कहा था कभी बहुत अच्छे से जानता हूँ तुम्हें...

#SwetaBarnwal 

Thursday 28 June 2018


होंगे कोई और जो डर जाए ज़िन्दगी से और रो दे,
हमने तो रोती ज़िन्दगी को भी हसना सिखाया है #श्वेता...

#SwetaBarnwal 
देख उनकी आंखें हम दुनिया भूल जाते हैं,
मुस्कुराहट उनकी हमारे होश उड़ा जाते हैं,
होगा दीदार उनका ख्वाबों में आज भी #श्वेता,
यही ख़्याल हमे हर रोज सुला जाते हैं...

#SwetaBarnwal 
जितना समझोगे ज़िन्दगी को 
उलझते चले जाओगे,
मुस्कुरा कर जो आगे बढ़े #श्वेता 
फ़िर बढ़ते ही चले जाओगे...

#SwetaBarnwal 
दिल से रोए मगर होठों से मुस्कुरा बैठे #श्वेता, 
खेल खेल में हम एक खिलाड़ी से दिल लगा बैठे...

#SwetaBarnwal 
ये तेरी सूजी हुई आँखें,
ये तेरी उड़ी हुई सी रंगत,
बयां कर रही है #श्वेता 
तेरे रात का फ़साना...

#SwetaBarnwal 
जितना समझोगे ज़िन्दगी को 
उलझते चले जाओगे,
मुस्कुरा कर जो आगे बढ़े #श्वेता 
फ़िर बढ़ते ही चले जाओगे...

#SwetaBarnwal 

होंगे कोई और जो डर जाए ज़िन्दगी से और रो दे,
हमने तो रोती ज़िन्दगी को भी हसना सिखाया है #श्वेता...

#SwetaBarnwal 
कोई to शक्ति है अदृश्य रूप से हमारे चारों ओर #श्वेता, 
जब कुछ समझ नहीं आता तब वही होता है चहूं ओर...

#SwetaBarnwal 
वो अपनी पहली मुलाकात
कुछ कही कुछ अनकही सी बात
वो तेरी खूबसूरत नज़रें
और उसमे बेपनाह प्यार
बहुत याद आती है हमे 
वो अपनी पहली मुलाकात... 😘

#SwetaBarnwal 
वो कैसी थी छुअन तुम्हारी यारा, 
छुआ तुमने ज़िस्म को भी नहीं और महसूस रूह को हो गई... 

#SwetaBarnwal 
महसूस तो तुझे हमने अपने ज़िस्म पे भी ना किया, 
पर खुशबु तेरी अब तो मेरे रूह से भी आने लगी है...

#SwetaBarnwal 
कुछ सपने बस सपने बनकर रह जाते हैं #श्वेता, 
और कुछ लोग रूह में उतर कर यादों में बस जाते हैं...

#SwetaBarnwal 
इश्क़ मे हर चीज मिल जाती है #श्वेता, 
बस वही छुट जाता है अक्सर जिससे इश्क़ होता है...

#SwetaBarnwal 
अजी हमसे बच कर जाओगे कहाँ,
बिना हमारे तुम चैन पाओगे कहाँ,
लौट आओ कि अब भी ये दिल बेकरार है तेरे लिए,
मुझ जैसा यार फिर तुम पाओगे कहाँ...

#SwetaBarnwal
हम लुटा तो दें जहां भर की मोहब्बत तुझ पर,
देखना तो ये है तेरे दामन में जगह कितनी है #श्वेता...

#SwetaBarnwal 
हमे तो तन्हाई भी खूबसूरत लगती है,
अगर साथ जो तेरा मुझको मिल जाए #श्वेता...

#SwetaBarnwal 
बड़े नसिबों से ज़िन्दगी में सच्ची मोहब्बत मिलती है,
जो कुछ तुम जैसी होती है और कुछ मुझ जैसी होती है...

#SwetaBarnwal
हार और जीत #श्वेता जंग-ए-मैदान में होता है यारा,
हम तो उसी दिन हार बैठे जिस दिन तुझसे मोहब्बत कर बैठे...

#SwetaBarnwal 
अंदाज़ अपना निराला है
हर अदा मेरी मस्तानी,
दिल हुआ तेरा घायल
और मैं हुई तेरी दिवानी...

#SwetaBarnwal
हमारी सादगी पे वो कुछ इस तरह मर मिटे हैं #श्वेता,
हमसे छुप कर हमी से नज़रें मिलाते हैं वो...

#SwetaBarnwal 


तुझे बांधे रखने की हसरत तो हमारी कभी थी नहीं #श्वेता, 
जो तू ख़ुद खीचा चला आए पास मेरे तो और बात होगी...

#SwetaBarnwal 

जो तेरा साथ रहे #श्वेता 
तो महकते हैं अल्फाज़ मेरे
तभी तो इश्क़ भी है तुझसे
और इबादत भी तुम ही हो...

#SwetaBarnwal 
तुम एक लम्हे को ही सही
बस मेरे बन के पास आ जाओ,
हम उस एक लम्हे मे #श्वेता 
अपनी पूरी ज़िन्दगी गुज़ार लेंगे...

#SwetaBarnwal 
हर मोहब्बत को मंज़िल मिले #श्वेता 
ये मुमकिन तो नहीं,
पर बीच राह में कोई साथ छोड़ जाए
वो मोहब्बत भी तो नहीं...

#SwetaBarnwal 
साँसों की आहट हमारी पहचानते हो, 
फ़िर क्यूँ ये दूरियां है दरमियाँ अपने, 
चले आओ एक बार फिर से पास मेरे,
कि दिल आज फिर से बेकरार है मिलने को...

#SwetaBarnwal 
मोहब्बत तो आज भी बेइंतहा है तुझसे #श्वेता, 
फ़र्क बस इतना है कि अब हमने जताना छोड़ दिया...

#SwetaBarnwal 
बसाया तो था तुझे अपनी रूह में मैंने #श्वेता,
तुम यूँ चले गए छोड़ मुझे ज़िंदा लाश बना के...

#SwetaBarnwal 
तुम तो कभी थे ही नहीं साथ हमारे,
जब भी पुकारा तुम दूर खड़े नज़र आए,
पर तेरी यादों को यूँ संजो रखा है मैंने,
जैसे दिल ने धड़कनों को हो बसा रखा...

#SwetaBarnwal 
उसके ही नशे मे खोई रहती हूँ,
और जमाना कहता है कि मैं नशा करती हूँ... 😜

#SwetaBarnwal 
जो थम जाए कहीं 
वो एक दरिया है #श्वेता 
हम तो वो नदी हैं 
जो ना ठहरती है और ना ठहरने देती है...

#SwetaBarnwal 
कुछ ठोकरों के बाद #श्वेता जीने का सलीका आ गया,
दिल से ज्यादा दिमाग की बात पे चलने का तरीका आ गया...

#SwetaBarnwal 
ये तेरी सूजी हुई आँखें,
ये तेरी उड़ी हुई सी रंगत,
बयां कर रही है #श्वेता 
तेरे रात का फ़साना...

#SwetaBarnwal 

Wednesday 27 June 2018

कभी झूम के बरसे
कभी बूंद बूंद को तरसे,
लगता है ये बारिश
कुछ कुछ तुम जैसी ही है...

#SwetaBarnwal


ज़रा उन नज़रों की सादगी तो देखिए जनाब,
हम से ही बचने की कोशिश में हर बार हमसे ही उलझती है...

#SwetaBarnwal
है बहुत ही अनोखा बंधन #श्वेता
तेरा और मेरा...

ना शामिल मैं तेरे अपनों में हूँ
और न गैरों में...

#SwetaBarnwal 
ये आइने तो अक्सर झूठ बोल जाते हैं #श्वेता,
गर हो left तो ये हर वक़्त right बता जाते हैं...

#SwetaBarnwal 
आज भी याद है हमे अपनी वो पहली मुलाकात #श्वेता, 
कौन कहता है फासले मोहब्बत की यादों को मिटा देता है...

#SwetaBarnwal 
वक़्त के मिज़ाज़ ने इस कदर मरोड़ा मुझे #श्वेता, 
वफ़ा तो अब भी बाकि है बस मोहब्बत छोड़ दी मैंने...

#SwetaBarnwal 
कुछ इस कदर जुड गया है वो हमसे,
ना दूर होता है और ना ही पास आता है,
बिन उसके अपना गुज़ारा भी नहीं #श्वेता, 
और साथ रहना दुनिया को गंवारा भी नहीं...

#SwetaBarnwal 

Tuesday 26 June 2018

किसी और की गलतियों की वो सज़ा हमे दे जाते हैं,
और कहते हैं ज़िन्दगी में अब कुछ मज़ा बाकी नहीं रहा...

#SwetaBarnwal


मायूस सी हो गई है ज़िन्दगी अपनी, 
पर जानते हैं कोई मनाने नहीं आएगा...

#SwetaBarnwal

अनोखा बंधन

बैठे थे यूँ ही तन्हाई में, 
याद आया कोई इस पुरवाई मे, 
था कोई एक साथी पुराना, 
यादों में था उसका आना जाना, 
वो मेरा कोई आम दोस्त ना था, 
बहुत ही खास था रिश्ता हमारा, 
एक अनोखा बंधन था हमारे बीच, 
समझदारी और अहसासों की, 

दिलों के तार जुड़े थे हमारे,
फ़िर भी हमने एक दूजे का हाथ ना थामा
रस्मो रिवाज़ों से बंधे थे हम,
दुनिया के संग चले थे हम,
हर मुश्किलों मे हौसला बढ़ाया था मेरा, 
अंधेरे रास्तों पर जिसने थामा था मुझे, 

मेरे हर कदम पर सराहा था तुमने, 
गलतियों पे प्यार से सिखाया था तुमने, 
मेरे हौसले को परवाज़ दिया तुमने, 
लड़खड़ाये जो कदम आवाज़ दिया तुमने,
अचानक किसी मोड़ पे ऐसी आंधी चली,
खो गई अपनी वो दोस्ती ना जाने किस गली,
नज़र लग गई थी शायद उसको जमाने की,
आज फिर स्त्री और पुरुष की दोस्ती बेमानी हो गई...


#SwetaBarnwal 




Monday 25 June 2018

गैरों की शिकायत तो हम अपनों से करें, 
जो अपने खफा हो जाएं तो हम कहाँ जाएं...

#SwetaBarnwal 


अपने हसरतों को इस कदर परवाज़ ना दो तुम,
बिखर जाएगा ये दिल किसी को आवाज़ ना दो तुम...

#SwetaBarnwal
जी तो करता है
अपनी हर शायरी मे तेरा नाम लिख दूँ,
पर डरती हूँ,
कहीं तुम जमाने में बदनाम ना हो जाओ...

#SwetaBarnwal 
हम तो पिघलने को तैयार हैं उनकी मोहब्बत मे
मोम की तरह,
और एक वो संग दिल हमे रुलाने को
बेताब बैठा है...

#SwetaBarnwal
तस्वीरों से अब दिल बहलता नहीं,
जो तू आए तो करार आए इस दिल को...

#SwetaBarnwal
हर बात अगर दिल ही कह सुन ले,
तो हमारे दरमियाँ बचेगी सिर्फ़ खामोशियाँ...

#SwetaBarnwal
तुम मेरे हो,
ये अहसास रोज दिला जाया करो,
जो है दिल में तुम्हारे, 
अल्फाज़ों से भी कभी बयां कर जाया करो...

#SwetaBarnwal
खबर ना थी हमे उनसे प्यार हो जाएगा, 
दिल हमारा उनके लिए बेक़रार हो जाएगा...

#SwetaBarnwal


अपनी यादों की खुशबु को छीन ना पाओगे तुम,
किताब-ए-दिल में एक सूखा गुलाब तो रहने दो...

#SwetaBarnwal

Sunday 24 June 2018

अधूरा है इस कदर इश्क़ मेरा तेरे बिना,
जैसे राधा है अधूरी श्याम के बिना...

#SwetaBarnwal
बड़ा बेवफ़ा हो गया है आज ये दिल मेरा,
रह कर सीने में मेरे धड़कता है किसी और के लिए...

#SwetaBarnwal
तेरे हर सवाल का जवाब 
मेरी आँखों में था,

और तुम उसे
मेरे शब्दों में तलाशते रहे...

#SwetaBarnwal 
किसी ने कहा... 

अब की बार मिलोगे तो खूब रुलायेंगे तुम्हे.
सुना है तुम्हे रोने के बाद सीने से लिपट जाने की आदत है... 


तो हमने भी कह दिया... 

हम तो यूँ भी लिपट जाएं सीने से तेरे,
आँसुओं को लाने की जरूरत ही क्या है,
बस एक बार आ जाओ जो सामने तुम,
फ़िर किसी दूरी की गुंजाइश कहाँ है...

#SwetaBarnwal

Saturday 23 June 2018

बाल विवाह

उम्र अभी है छोटी उनकी, 
थोड़ा और उनको खिल जाने दो,
ब्याह रचाने की क्या है जल्दी,
थोड़ा और उन्हें पढ़ जाने दो... 

दिन हैं इनके मस्ती के,
थोड़ा और इन्हें मुस्कुराने दो,
बेड़ियों मे ना जकड़ इनको, 
थोड़ा और उन्हें अभी जीने दो... 

नाज़ुक कली है अभी ये बगिया के, 
थोड़ा सा तो खिल जाने दो,
यौवन अभी अधूरा है इनका,
बचपन को इनके और मुस्काने दो...

कच्ची मिट्टी के हैं ये बने पुतले, 
थोड़ा और इन्हें पक जाने दो, 
अभी अभी तो निकला है सुरज,
दिन को थोड़ा और चढ़ जाने दो...

क्या जल्दी है हाथ पीले करने की, 
है ये बहुत बड़ी नादानी अपनी, 
फ़िर से ना लिख दो दुखद कहानी, 
थोड़ी सी और इन्हें लहलहाने दो...

छोटी सी भूल से अपने 
उजड़ जाएगा इनका जीवन, 
खुबसूरत सी इस धरती पर 
थोड़ा सा और इन्हें इठलाने दो...

कच्ची नीव रखोगे जो तुम, 
सुंदर भवन भी गिर जाएंगे, 
अभी अभी खिला है पौधा, 
थोड़ा तो इनको और बढ़ जाने दो...

उम्र अभी है छोटी उनकी, 
थोड़ा और उनको खिल जाने दो,
ब्याह रचाने की क्या है जल्दी,
थोड़ा और उन्हें पढ़ जाने दो...

#SwetaBarnwal 



Friday 22 June 2018

विवाह

आसमान में बनते हैं जोड़े, 
हम ये सबसे सुनते आए हैं, 
जब से पाया है तुमको हमने, 
इन बातों पे ऐतबार हमे आया है, 

जो तुम हमको मिले ना होते, 
जीवन कितना बेरंग होता, 
यूँ तो होता सबकुछ अपना, 
फ़िर भी रहता अधूरा सपना,

तुम बिन सच कहते हैं 
अधूरे हम रह जाते शायद,
हर कसम तुमने निभाई है, 
हर रिश्ते को तुमने मान दिया, 

विवाह का एक खौफ था मन में, 
तुम्हें पाकर मैं हुई निहाल, 
तेरे रंग मे यूँ रंगी साजना, 
जैसे राधा रंग गई श्याम मे, 

सम्मान मेरा ना खोने पाए, 
इसका भी तुमने मान रखा,
हर पग पर दिया साथ मेरा,
हौसला बढ़ाया तुमने मेरा,

पति भी तुम साथी भी तुम,
हर रिश्ते को तुझमे जिया है हमने,
दिल से धड़कन का रिश्ता जैसे, 
वैसे ही मुझको पिया मिले हैं, 

दो जिस्म भले हैं हम तुम, 
दोनों मे एक ही जान अब पलती है,
एक ही दोनों मे अहसास जगे हैं, 
आँखों में एक ही अरमां सजते हैं, 

एक दूजे की जान हैं हम, 
एक दूजे की पहचान बने हम, 
अब एक ही दिल धड़कता है, 
बस एक ही साँसें चलती हैं,

आज इस मोड़ पर आ पहुंचे हम, 
जीवन बगिया सजा बैठे हम, 
ताउम्र हम यूँ ही साथ रहेंगे #श्वेता, 
ये धरती अंबर सब कहते हैं...

#SwetaBarnwal 


"बाल विवाह है एक अभिशाप"

कैसी ये दुनिया, है कैसी ये रीत,
नाज़ुक कंधों पर डाला जिम्मेदारियों का भीत,
रिवाज़ों के नाम पर ना बांधों इनको, 
"बाल विवाह है एक अभिशाप" ये समझाओ सबको... 

समझ नहीं जिन्हे रिश्तों की, 
ना दुनियादारी की परवाह जिन्हें, 
गुड्डे गुड़ियों से खेलना था जिनको, 
थे देश के आने वाले कल के भविष्य जो, 
रिवाज़ों के नाम पर ना बांधों इनको, 
"बाल विवाह है एक अभिशाप" ये समझाओ सबको... 

अच्छे बुरे का कोई ज्ञान नहीं, 
ना अपने पराये का अहसास जिन्हें
ऐसे नाज़ुक कंधों पर तुमने,
अनचाहे रिश्तों का क्यूँ बोझ धरा,
रिवाज़ों के नाम पर ना बांधों इनको, 
"बाल विवाह है एक अभिशाप" ये समझाओ सबको...

दोनों ही बच्चे हैं मासूम बहुत,
उन्मुक्त गगन में इनको उड़ने दो,
पंख दो इनको आशाओं के तुम,
रंगीन सपने इनको तुम बुनने दो,
रिवाज़ों के नाम पर ना बांधों इनको, 
"बाल विवाह है एक अभिशाप" ये समझाओ सबको...

नाज़ुक सी कलियाँ हैं ये सारे,
विवाह बंधन में अभी ना बांधों इनको,
कुम्हला जाएंगे ये इन अनचाहे रिश्ते में,
कुछ और इन्हें तुम खिलने दो, 
रिवाज़ों के नाम पर ना बांधों इनको, 
"बाल विवाह है एक अभिशाप" ये समझाओ सबको...

#SwetaBarnwal 
लफ़्ज़ों मे इस कदर संजोया है तुमको,
पढ़ कर दुनिया भी तेरा दिवाना बन बैठी,
कल तक हम चाहते थे जिनको,
आज पूरी दुनिया की मोहब्बत बन बैठा...


#SwetaBarnwal 

Thursday 21 June 2018

कुछ कहना है...

सुनो...! कुछ कहना है तुमसे, 
कुछ कही तो कुछ अनकही,
एक ख़ामोश सी मोहब्बत है
तेरे मेरे बीच में,
बहुत कुछ कहना है तुमसे
पर है वक़्त की कमी,
ज़माने की नज़र में 
अजनबी हैं हम, 
मगर दरमियाँ हैं अपने 
अनजानी सी मोहब्बत, 
यूँ तो तुम मुझसे 
दूर बहुत हो, 
फ़िर भी तेरे लिए इन आँखों में 
ख्वाब कई हैं,
जानती हूँ #श्वेता कि
तुम मेरा मुकद्दर नहीं,
फ़िर भी तेरे होने का
दिल में अहसास बहुत है... 

#SwetaBarnwal 

Wednesday 20 June 2018

तुमसे मिलकर 
निखर जाता है इश्क़ मेरा, 
तेरे इंतज़ार मे 
खुद बिखर जाती हूँ मैं...


#SwetaBarnwal 
मेरे दिल के हालात अगर तुम जान जाओगे, 
मोहब्बत है नहीं आसान ये तुम मान जाओगे... 


#SwetaBarnwal 

वक़्त अपने साथ सब कुछ ले कर उड जाता है,
रह जाती है शेष तो बस यादें याद करने के लिए...

#SwetaBarnwal 

Tuesday 19 June 2018

सिर्फ अपनी सच्चाई और वफ़ा के दम पर 
चले थे हम उनसे मोहब्बत करने,
चंद सिक्के थे अपनी जेब में 
और हम चले थे पूरा आसमान खरीदने...

#SwetaBarnwal 
कभी जी भर के बरसना, 
कभी बूंद बूंद को तरसाना, 
ये तेरी बात नहीं है यारा, 
मैंने तो मौसम का हाल सुनाया है...


#SwetaBarnwal 
लहरों से खेलना है सागर का शौख,
लगती है कितनी चोट ये किनारों से पूछ...

#SwetaBarnwal 

Monday 18 June 2018

हमारी शायरी के अल्फाज़ तो हमारे हैं, 
पर इसमे चाहत किसी और की छुपी है...

#SwetaBarnwal 
चाहते तो बहुत हैं तुझे, 
पर तुझको पाने की आरज़ू 
ना कल थी और ना आज...

#SwetaBarnwal 


यारा ये ना पूछो 
कि तुम कब याद आते हो, 
बस इतना समझ लो 
हर साँस से पहले तुम याद आते हो... 

#SwetaBarnwal 

Sunday 17 June 2018

अधूरी मुलाकात और यादों की पूरी बारात,
यही तो है तेरे और इश्क़ की अनकही दास्तां...

#SwetaBarnwal 
मोहब्बत का भी अज़ीब दस्तूर है,
जो दिल के करीब है वही नज़रों से दूर है..

#SwetaBarnwal
हमे तो बस दो पल का तेरा साथ चाहिए,
ख्वाबों में ही सही वो हसीन मुलाकात चाहिए...

#SwetaBarnwal
पता था तुम बदल जाओगे,
पर इतनी जल्दी, ये ना पाता था...

#SwetaBarnwal 
पल पल में जहां प्यार की परिभाषा बदले
वहां कैसे कोई प्यार की भाषा समझे #श्वेता...

#SwetaBarnwal 

बुढ़ापा

बित गए दिन बचपन और जवानी के, 
ख़तम हुआ किस्सा मेहनत और कुर्बानी के,
छोड़ गए अब सारे अपने टूट गए सारे सपने,
अब तो अपनी काया भी साथ छोड़ रही है, 
जिस बेटे के लिए मांगी थी लाखों मन्नतें, 
टेका था हर मंदिर पर माथा जिसके लिए,
था जिसपे अभिमान, रखेगा वो मेरा मान, 
आज तार तार कर गया वही जिस्म-ओ-जान,
बुढ़ापे ने ये क्या दिन दिखलाया है,
कल तक जो अपना था आज वो ही पराया है,
टिकी रहती है हर वक़्त हर पल वो दो आँखें 
टकटकी लगाए देखती है करती है इंतज़ार तेरा, 
ना जाने कितनी रातें जागी थी कितने ख्वाब सजाए, 
तेरे पहले कदम पे जिसने तुझको अपना हाथ दिया,
हर घड़ी हर मोड़ पर जो बना तेरा सहारा,
आज उनके आख़िरी पल में कहाँ खो गया वो दुलारा,
तरस रही है वो दो आँखें उनकी है इंतज़ार उनको, 
अपने लाडले का जिसके लिए दी उन्होनें हर कुर्बानी...


#SwetaBarnwal 

Saturday 16 June 2018

तुम पर मेरा कोई हक तो नही,
पर दिल चाहता है.., 
ज़िन्दगी के आखरी लम्हें तक 
तेरा और तेरी मोहब्बत का इंतजार करू....

#SwetaBarnwal 

Friday 15 June 2018

यादों की छुअन भी बडी
अजीब होती है, 
तुम ना हो पास
फिर भी  बहुत करीब होते हो... 

#SwetaBarnwal
जागती आँखों से हर बार नज़र आते हो तुम,
जो पास आना चाहूँ कहाँ गुम हो जाते हो तुम,
हर पल तेरी हर छुअन महसूस होती है मुझे,
जो मैं छूना चाहूँ तुझको कहाँ गुम हो जाते हो तुम...

#SwetaBarnwal 

तुम...

कैसे कहूं कितना याद आते हो तुम, 
कैसे कहूं कब कब याद आते हो तुम, 
कैसे कहूं कितने गहरे मुझमे समाए हो तुम, 
कैसे कहूं मेरे क्या बन गए हो तुम... 

ख़ुद से भी ज्यादा याद आते हो तुम, 
हर साँस से पहले याद आते हो तुम,
दिल में धड़कन बन समाए हो तुम,
मेरी ज़िन्दगी मेरी रूह बन गए हो तुम...

#SwetaBarnwal 
ख़ुद से ख़ुद को मनाना आ गया, 
वो क्या रूठा हमे तो जीना आ गया...

#SwetaBarnwal 

Thursday 14 June 2018

ना हूँ मैं कोई हीर मौला,
ना चाहूँ कोई फकीर मौला,
बस जिसे चाहूँ वो मिल जाए मुझे,
दे दे हाथों में वो लकीर मौला...


#SwetaBarnwal

ना मैं कोई हीर हूँ,
   ना ही चाहूँ कोई फकीर,
ताउम्र तेरे दिल में रह सकूं,
   बस चाहूँ हाथों में वो लकीर...

#SwetaBarnwal
औरतों को तुम फकत
      जिस्म समझ लेते हो,
रूह भी होती है उनमें
      ये तुम कहाँ सोचते हो... 😢

#SwetaBarnwal
बड़ी अज़ीब सी मोहब्बत होती है यहाँ,
शुरु आँखों से होती है और छु जिस्म को जाती है...😢

#SwetaBarnwal

Wednesday 13 June 2018

तुम दिल के करीब तो बहुत हो
मगर दरमियाँ बहुत दूरियां भी है

हमारे बीच चाहत तो बहुत है 
मगर साथ बहुत मजबूरियां भी है...

#SwetaBarnwal


दो बातें दो मुलाकातें क्या हुई तेरी मेरी,
निगरानी में ये सारा जमाना लग गया...

#SwetaBarnwal
ना चाँद हूँ, ना फूल, ना ख़ुदा हूँ मैं,
जमाने के लिए आम पर तेरे लिए सबसे जुदा हूँ मैं...

#SwetaBarnwal
तुम भूलना भी चाहो तो भूल नहीं पाओगे,
इस कदर तेरी साँसों में अपनी याद घोल जाएंगे...

#SwetaBarnwal
ऐ शराब..!
मत कर ख़ुद पे गुरूर इतना,
तुझसे ज्यादा नशा रखती है
आँखें मेरे यार की...! 

#SwetaBarnwal
उसे जबसे देखा, ना चाहा किसी को,
कुछ और पाने की ना चाहत रही है...

#SwetaBarnwal 

Tuesday 12 June 2018

पलकों पे ठहरे आँसू
टपकते हैं तो टपकने दो,
कोई अधूरी आरज़ू
पिघलते है तो पिघलने दो...


#SwetaBarnwal 
हमें तो उनसे कभी रूठना ही ना आया #श्वेता,
जाते जाते भी खुद को उनके पास भूल आए...

#SwetaBarnwal 
बेवजह रूठने की 
आदत है हमें, 
वो मनाने आएं 
इसकी चाहत है हमें, 
आप ख़ुश रहो 
ये तमन्ना है हमारी, 
मैं तो शीशा हूँ 
टूटने की आदत है हमें...


#SwetaBarnwal 

काश...!

काश...! 
समझ पाते तुम 
मेरे अनकहे
जज़्बातों को,
तो ये अहसास 
मोहताज़ ना होते 
मेरे शब्दों के, 
जरूरत ना पड़ती 
कागज़, कलम 
और दवात की, 
जो दिखा पाती मैं 
अपने दिल के दर्द 
इन आँखों से, 
काश...! 

#SwetaBarnwal 
तेरे मोहब्बत का एहसास
जहाँ ख़त्म होता है,
मेरे इश्क़ की इन्तेहां #श्वेता 
वहां से शुरु होती है...

#SwetaBarnwal 


अपनी मोहब्बत के धागे में 
मैंने पिरोया है तुझको, 
जो टूट मैं गई 
तो बिखर तुम भी जाओगे... 

#SwetaBarnwal 
लोग कहते हैं कि
वक़्त किसी का ग़ुलाम नहीं होता,
फ़िर क्यूँ #श्वेता
तेरी यादों में मेरा वक़्त थम सा जाता है...

#SwetaBarnwal


कितना और बदलूं
खुद को तेरे काबिल बनाने के लिए, 
ऐ सनम कुछ तो कर करम 
मुझमे रहने दे थोड़ा "मैं" का भरम... 

#SwetaBarnwal 

एक दिन हमने उनसे पूछ ही लिया, 
आख़िर "हम आपके हैं कौन...?" 
वो मुस्कुराए और बोले, 
"दिल बहलाने का सामान" 

#SwetaBarnwal 
देखना...! 
एक रोज तुम ये सोचोगे जरूर, 
पाने की कोई उम्मीद ना थी
पर चाहत बेमिसाल थी उसकी...

#SwetaBarnwal 
हर इश्क़ को शब्दों का रूप नहीं दिया जाता,
कुछ अनकहे अहसास भी जरूरी होते हैं...

#SwetaBarnwal
एक रोज तेरे दिल में भी
मेरी यादों का मंज़र होगा,
महफ़िल सजी होगी चारों ओर
आँखों में आँसुओं का समंदर होगा...

#SwetaBarnwal 
यादों का कुछ ऐसा तानाबाना बुना है हमने, 
समझ नहीं आता यादें मुझमें है या मैं उन यादों में... 

#SwetaBarnwal 
इश्क़ के कई रूप हैं यहाँ,
कहीं छाँव तो कहीं धूप हैं यहाँ...

#SwetaBarnwal
ख़्याल तेरा हो या ख्यालों में तुम हो,
तुझमे मैं हूँ या फ़िर मुझमे तुम हो...

#SwetaBarnwal
इश्क़ कब हद मे हो पाया है,
ये वो तूफां है जिसकी कोई सरहद नहीं होती...

#SwetaBarnwal
ये तो दिल है मेरा 
जो नादानीयां कर बैठा,
आप तो समझदार थे
रोका क्यूँ नहीं मुझको...

#SwetaBarnwal 
काश...! एक ख्वाहिश पूरी हो जाए मेरी इबादत के बगैर,
वो आकर गले लगा ले मुझको #श्वेता, मेरी इजाजत के बगैर।

#SwetaBarnwal 
कुछ तेरा ख़ामोश सा ख़्याल और कुछ तेरी बातें,
बस इन्हीं ख्यालों मे गुज़र जाता है मेरा दिन, मेरी रातें...

#SwetaBarnwal

Monday 11 June 2018

गर कोई नाराज़ हो
तो उन्हें हम मना लें,
पर उनकी खामोशियों को
भला कैसे तोड़ पाएं...

#SwetaBarnwal
हो गई गर खता
तो कोई सज़ा दे दो,
यूँ ख़ामोश रह कर
गहरे जख्म ना दे दो...

#SwetaBarnwal
मोहब्बत के अंजाम से अनजान तो हम भी ना थे, 
पर जब भी आया सामने उनका चेहरा हम खता करते गए...

#SwetaBarnwal 

Sunday 10 June 2018

उनकी सादगी के हम इस तरह कायल हुए,
सारे हुस्न थे महफ़िल में और हम उनपे ही घायल हुए...

#SwetaBarnwal 

Wednesday 6 June 2018

यूँ ही कशमकश मे अपनी ज़िन्दगी गुज़र गई...
उलझनों और सुलझनों मे दिल की आरज़ू अधूरी रह गई...

#SwetaBarnwal 
जो बात हो दिल में वो अधूरी ना रह जाए,
ये रात भी कहीं ख़ामोशी से ना गुज़र जाए...

#SwetaBarnwal
यूँ जुल्फों को जो हमने झटका दिया,
बेमौसम ही आपकी ज़िन्दगी में बरसात हो गई...

#SwetaBarnwal

Tuesday 5 June 2018

संस्कार...

जिस आँगन में खेली मैं, 
जिस आँगन मैं हुई सयानी,
जिस आँगन मे मुझको मान मिला, 
बेटी होने का अभिमान मिला,
कैसे उनको मैं तज देती,
कैसे माँ बाबा के संस्कारों को भूला देती, 
चाहे जीवन में जैसी आंधी आए,
या कोई मुझसे किनारा कर जाए,
माँ बाबा की उम्मीदों को ना तोड़ुंगी,
छोटों का साथ कभी ना छोड़ूंगी...

#SwetaBarnwal


मैं आज जो भी हूँ, जैसी भी हूँ,
मुझमे अपने माँ बाबा की छवि समाई है.
बेटी होने का बोझ ना समझा,
मुझमे उनके बेटे की भी परछाई है...

#SwetaBarnwal

बेटी...

मैं बेटी हूँ इसका अफसोस ना होने दूंगी बाबा,
एक बार मुझे भी बेटे सा प्यार दे दो बाबा,
मैं भी सुरज बन आसमान में चमकूंगी बाबा,
एक बार मुझ पर भी तो ऐतबार कर ले बाबा...
मैं भी तो तेरा एक हिस्सा हूँ बाबा, 
तेरी अनकही कहानी का किस्सा हूँ बाबा, 
मैं भी एक दिन तेरा नाम ऊंचा करूंगी बाबा, 
तेरे बुढ़ापे का मैं भी सहारा बनूंगी बाबा... 

#SwetaBarnwal

हर उस इंसान के लिए जिसने बेटियों को बोझ समझ उनकी आहुति दी है या उनका तिरस्कार किया है... 😢😢

Monday 4 June 2018

ये ऐतबार ख़ुद मे बनाए रखना,
दिल में प्यार का दीप जलाए रखना,
आए जीवन में कोई भी मुसीबत,
होठों पर अपने मुस्कान बनाए रखना...

#SwetaBarnwal

... तुम हो

मैं मिट्टी का तन 
और इस तन की रूह... तुम हो

मैं भूली बिसरी याद
और उन यादों की कसक... तुम हो

मैं बेमंज़र सी ज़िंदगी
और उसकी पहचान... तुम हो

मैं काली रात की स्याही
और चंदा की चांदनी... तुम हो

मैं विरह का दर्द 
और उस दर्द की दवा... तुम हो 

मैं पलकों पे ठहरा आँसू
और मेरे होठों की मुस्कान... तुम हो

मेरी तन्हा सी ज़िन्दगी का 
हमसफ़र बस... तुम ही हो

मेरी अधख़ुली पलकें 
और उसके ख्वाब... तुम हो 

मैं बहती नदिया सी
उसकी चंचल धारा... तुम हो

मैं सूखी रेत सी
और बारिश की बूँदें... तुम हो


मैं #श्वेता प्यासी धरती सी 
और बरसता सावन... तुम हो

#SwetaBarnwal 


Sunday 3 June 2018

वक़्त गुजा़रने का आज बस ज़रिया है मोहब्बत,
दिल से नहीं बस ज़िस्म की चाहत है मोहब्बत... 😔😢

#SwetaBarnwal 
सब फ़ुर्सत के ही शौख हैं,
फ़िर चाहे वो शायरी हो या इश्क़... 😔😢


यूँ तुम मोहब्बत को इबादत का नाम दो,
अपनी झूठी चाहत में ख़ुदा को बदनाम ना करो...

#SwetaBarnwal 


हमने भी की थी किसी से कभी बेइंतहा मोहब्बत,
अब और मर मर के जीने का शौख नहीं हमे...

#SwetaBarnwal 


मोहब्बत की बातें करने वाले तो मुझे हज़ारों मिले,
पर कोई मुझसा ना मिला सच्ची मोहब्बत करने वाला...

#SwetaBarnwal 


नज़रअंदाज़ी की बात ना करो आप,
यूँ मेरे दर्द को ना उकेरो आप, 
हमारी मोहब्बत मे जितनी अर्जियां हमारी थी
उतनी ही मनमर्ज़ीयां उनकी थी... 😢

#SwetaBarnwal 


मुकम्मल होने की चाहत तो हमे भी ना थी,
पर क्या कहूँ, नज़रअंदाज़ी सही नहीं जाती...

#SwetaBarnwal 

Saturday 2 June 2018

ख़ामोशियों को समझना हर एक के बस की बात नहीं,
ये खूबी तो किसी के दिल में उतरने के बाद ही आती है...

#SwetaBarnwal
भूल पाते गर हम उसे,
यकीनन तुझसे मोहब्बत कर लेते...

#SwetaBarnwal

Friday 1 June 2018

चलने को तो सौ कदम चल दें हम साथ तुम्हारे,
पर जानता है ये दिल तुम कभी ना हो पाओगे हमारे...

#SwetaBarnwal
गठबंधन की सरकार का हस्र तुम्हें पता नहीं,
यहां सब साथ हैं पर कोई किसी का सगा नहीं...


#SwetaBarnwal 

ऐ विधाता...!

 ऐ विधाता...! ना जाने तू कैसे खेल खिलाता है...  किसी पे अपना सारा प्यार लुटाते हो, और किसी को जीवन भर तरसाते हो,  कोई लाखों की किस्मत का माल...