Saturday 29 December 2018

बंटवारे मे माँ-बाप किस के हिस्से जाए,
बस यही बात आज हर बच्चे को सताए... 😢

#SwetaBarnwal

अपनी वो पहली मुलाकात...

चलो आज फ़िर 
अपनी वो पहली
मुलाकात पे 
लिखते हैं,
वो तेरा 
नज़रें मिलाना
मिलते ही फिर 
नज़रें चुराना,
तेरा चोरी चोरी
मुझको देखना,
तेरे लबों का
हिलना #श्वेता और
खामोश रह जाना,
चलो आज फ़िर 
अपनी वो पहली
मुलाकात पे 
लिखते हैं,
अनजाने में 
तेरे हाथों का 
मेरे हाथों से 
छू जाना 
छूते ही जैसे
बिजली का 
दौड़ जाना 
दिल का 
धड़कना
और 
साँसों का 
तेज हो जाना
एक पल मे 
जैसे 
जन्मों का 
बंधन जुड़ जाना
चलो आज फ़िर 
अपनी वो पहली
मुलाकात पे 
लिखते हैं,
संग लोगों का 
काफिला था 
पर कहाँ हमे 
दुनिया की 
फिकर थी 
बस तुम थे 
हम थे 
और साथ थे 
हमारे वो 
अनकहे जज़्बात 
चलो आज फ़िर 
अपनी वो पहली
मुलाकात पे 
लिखते हैं,
होंठ हिले भी नहीं 
और दस्तक 
दिल पे हो गई 
किसी ने कुछ कहा नहीं 
और बातें 
बेइंतहा हो गई 
चले दो कदम नहीं 
और तय 
मिलों का फासला हो गया 
रिश्ता कुछ ना था 
और मोहब्बत 
बेपनाह हो गई 
चलो आज फ़िर 
अपनी वो पहली
मुलाकात पे 
लिखते हैं,
पहली थी 
वो मुलाकात 
पर ना जाने क्यूँ 
सदियों की 
पहचान बनी थी 
सब कुछ 
गौण हो गया 
हर पल बस 
सिर्फ़ तुम्हारा ही ख्याल 
चलो आज फ़िर 
अपनी वो पहली
मुलाकात पे 
लिखते हैं,
जानते थे 
कुछ पल की ही थी 
ये नज़दीकीयां
फ़िर उम्र भर की
ना ख़त्म होने वाली
जुदाई होगी दरमियाँ 
फ़िर भी 
डूबते जा रहे थे हम 
एक दूजे की
आँखों में 
समेट लेना चाहते थे 
इन लम्हों को 
इस कदर अपने दिल में 
कि सदियों की जुदाई 
इन लम्हों से हार जाए 
और जीत जाए 
हमारी अनकही
मोहब्बत ... 

#SwetaBarnwal 



प्रथम पाठशाला...

शायद 3 साल की उम्र थी मेरी 
जब पहली बार विद्यालय गई 
सरस्वती शिशु मंदिर का वो प्रांगण 
विध्या का था वो आँगन 
गांव का वो छोटा सा विद्यालय 
मानो माँ सरस्वती का हो आलय 
किसी ने प्यार से मुझे गोद उठाया 
माँ बाबा की ममता सा अहसास दिया 
पहली बार आचार्य को मैंने जाना
उनके संरक्षण में खुद को महफूज़ माना
ज्ञान का प्रकाश उनसे पाया, 
हर कदम पर रहे वो बन हम साया, 


#SwetaBarnwal 

Friday 28 December 2018

उनके हर लफ्ज़ पे ऐतबार करते हैं,
बस यही गुनाह हम हर बार करते हैं...
ये जानते हैं हम कि हरज़ाई हैं वो,
फ़िर भी उनसे प्यार हम बेइंतहा करते हैं...


#SwetaBarnwal

Thursday 27 December 2018

लिख तो दूं किताबें हमारी मासूमियत पर फिर डर लगता है,
कहीं इस जहाँ में हमारा जीना दुश्वार ना हो जाये...

#SwetaBarnwal
मत शब्दों को इतना सजाओ कि भवरों को खबर लग जाए,

करो ना इतनी ताऱीफ तुम हमारी कि जमाने की नज़र लग जाए...

#SwetaBarnwal
नज़रों से बात करते हो
और होंठ तेरे ख़ामोश हैं
तेरी शायरी ने भी सीखे हैं
सारे अंदाज़ तेरी ही तरह...

#SwetaBarnwal
हर कोई कलम का फनकार नहीं होता,
हर कोई शब्दों का जानकार नहीं होता,
पढ़ने वाले तो ख़ामोशियों को पढ़ लेते हैं,
हर कोई लफ़्ज़ों का तलबगार नहीं होता...

#SwetaBarnwal
मैं साया नहीं हमसाया हूँ तेरा
चाह कर भी दूर नहीं जा पाओगे
जब भी पूकारोगे तन्हाई में
अपने सामने ही मुझे तुम पाओगे...

#SwetaBarnwal

Wednesday 5 December 2018

हर कोई कलम का फनकार नहीं होता,
हर कोई शब्दों का जानकार नहीं होता,
पढ़ने वाले तो ख़ामोशियों को पढ़ लेते हैं,
हर कोई लफ़्ज़ों का तलबगार नहीं होता...

#SwetaBarnwal

Monday 3 December 2018

उम्मीद...

चलो आज अपनी मुश्किलों को हराते हैं,
एक बार फिर से हम खुलकर मुस्कुराते हैं,

गमों से आज अपने एक और दौड़ लगाते हैं
आँसुओं को अपने हम खुशी मे बदल जाते हैं

चलो एक बार ख़ुद को उड़ना सिखाते हैं
हौसलों को आसमां की बुलंदी पर ले जाते हैं

आज ख़ुद से ही हम एक शर्त लगाते हैं
जीत का अपने सर पर हम सेहरा सजाते हैं

रुक ना जाना हार कर किसी भी मोड़ पर
दुनिया को जीने का नया अंदाज़ सिखाते हैं


#SwetaBarnwal bbb
तेरी मुस्कान तेरी बातें और तेरी शरारती आँखें,
और क्या कहूँ यारा बस बहुत याद आते हो तुम...


#SwetaBarnwal 

Sunday 2 December 2018

हमारी बातें उन्हें शिकायत लगती है
और खामोशियां नज़रअंदाज़ी,
दर्द उन्हें हमारा कभी दिखा नहीं
और हमारी मोहब्बत लगे उन्हें बेमानी...

#SwetaBarnwal 

थोड़ी सी हंसी...

मेरे होंठों पर थोड़ी सी हंसी रहने दे
दिल में बचपन वाली खुशी तो रहने दे... 

जो चाहे वो सोचने दो दुनिया वालों को 
मुझमे थोड़ी सी नादानियां तो रहने दे... 

वक़्त की हर कसौटी पे मैं खरी उतरुं
थोड़ा सा बाकी मुझमे हौसला तो रहने दे...

यूँ धुंध मे खो गए हैं मेरे सभी अपने
उनके लौट आने का इंतजार तो रहने दे...

ख़ुद से ही हार बैठी हूँ आज मैं यहाँ,
एक बार फिर जीतने का भरोसा तो रहने दे...

हर कोई यहाँ अंधेरे का साथी है बना
मेरे दिमाग में बगावत की आंधी तो रहने दे...

मर चुके हैं यहाँ दिलों से एहसास सबके
मेरे दिल में बाकी थोड़ी सी कसक तो रहने दे...

सब ख़ामोश थे और लुट रहा था ये जहां
मेरे आँखों में उसकी थोड़ी सी दर्द तो रहने दे...

छीन ले आज भले ही सर से तु छत मेरे
पैरों के नीचे बाकी थोड़ी सी जमीं तो रहने दे...

#SwetaBarnwal



अब बेवजह किसी बात पर
किसी से रूठ जाने की आदत ना रही
मालूम है कोई मनाने ना आयेगा
किसी से दिल लगाने की चाहत ना रही...

#SwetaBarnwal 
बेवजह रूठ जाने को दिल करता है
तुम आओ मनाने ऐसी चाहत रखता है...

#SwetaBarnwal 

Saturday 1 December 2018

मुस्कान...

ये मुस्कान यारों
कमाल कर जाए
बड़ी ही अनमोल
धरोहर है ये
जिसके पास हो
उसे मालामाल कर जाए
पल में गैरों को
अपना कर जाए
हर दर्द की
दवा है ये
ऊपर वाले की
दुआ है ये
ये मुस्कान यारों
कमाल कर जाए
देने वाले का
कुछ नहीं जाता
लेने वाले को
खुशहाल कर जाए
हर असंभव को
संभव कर जाए
दर्द मे भी सबको
जीना सीखा जाए
तन्हाई में भी ये
कई रंग भर जाए
हर महफ़िल को
रंगीन कर जाए
ये मुस्कान यारों
कमाल कर जाए
जीने की सबको
नई राह दिखाए
मुश्किलों से ये
लड़ना सीखलाए
प्यार की ये
ज्योत जलाए
हर दिल को
अपना बना जाए
ये मुस्कान यारों
कमाल कर जाए
कभी किसी बच्चे की
हंसी में पलती है
कभी किसी बुजुर्ग की
दुआओं मे संवरती है
कभी गरीबी मे
उभर जाए
कभी अमीरी मे
निखर जाए
ये मुस्कान यारों
कमाल कर जाए
इसका ना कोई रंग है
ना रूप ना मजहब
ना उम्र की सीमा
ना जन्म का बंधन
ना कोई बंदिश
ना इसपे किसी का पहरा
ये मुस्कान यारों
कमाल कर जाए ...

#SwetaBarnwal


खुल कर मुस्कुरा... 😘

ऐ यार...!
तु एक बार खुल कर मुस्कुराना सीख ले,
हंस कर हर गम को गले लगाना सीख ले,
होंठों पर तु अपने हंसी सजाना सीख ले,
हर हालात से तु डट कर लड़ना सीख ले,

ऐ यार...!
जहाँ हंसी होती है वहां ज़िन्दगी होती है
माथे पर उसके सूरज का तेज होता है
कांधे पर उसके हौसलों की गठरी होती है
उसके इरादों मे जीत का जुनून होता है

ऐ यार...!
कौन है इस जहां मे जिसे गम ने छुआ नहीं
वो कौन है यहाँ जिसे वक़्त ने कभी लुटा नहीं
रख हौसला दिल में और चेहरे पर मुस्कान तु
जीतने के लिए इससे जरूरी सामान होता नहीं

ऐ यार...!
ज़िन्दगी से जब तू मिले तो मिलना उजाला बन
खिलखिलाती धूप बन बारिस की फुहार बन
जो भी तुझसे मिले बस तुझमें ही खो हो जाए
लाख गम हो सीने में चेहरे पे वो मुस्कान रख

ऐ यार...!

#SwetaBarnwal


चलो आज सब मिलकर
एक नई शुरुआत करते हैं,
खींच कर गमों की चादर
सबके चेहरे पर मुस्कान भरते हैं...

#SwetaBarnwal



Thursday 29 November 2018

जब प्यार किसी से होता है...

ना रंग रूप की दीवार कोई
ना जात धर्म का बंधन कोई
ना दुनिया का जोर होता है
जब प्यार किसी से होता है...

ना उम्र की सीमा होती है,
ना पढ़े लिखे का भेद कोई
ना किसी की मर्ज़ी चलती है
जब प्यार किसी से होता है...

ना कोई स्वार्थ इसमे होता है,
ना रस्मों की दीवार कोई
ना जन्म का बंधन होता है
जब प्यार किसी से होता है...

ना कोई देश सरहद होता है 
ना ऊंच नीच का भेद कोई,
ना ही दूरी बाधा बनती है
जब प्यार किसी से होता है...

जब मन से मन मिल जाता है,
जब कोई दिल मे बस जाता है,
कुछ और नहीं भाता है हमको
जब प्यार किसी से होता है...

#SwetaBarnwal




साथी तुम हाथ बढ़ा देना...

चहूं ओर मेरे जब अंधियारा हो,
जब कोई ना अपना सहारा हो,
जब जीवन नैया डोल रही हो,
और कोई ना अपना खेवईया हो,

तब साथी तुम हाथ बढ़ा देना,
कुछ कदम संग मेरे तुम चल लेना,

जब मन मेरा अति व्याकुल हो,
जब ख़ुद से ही मैं हारा रहूँ,
जब साथ कोई ना साथी हो,
और तन्हाई की लंबी रातें हो,

तब साथी तुम हाथ बढ़ा देना,
कुछ कदम संग मेरे तुम चल लेना,

जब सामने कोई ना राह हो,
ना मंज़िल की पहचान हो,
जब हर मोड़ पे डर का डेरा हो,
मन के अंदर घनघोर अंधेरा हो,

तब साथी तुम हाथ बढ़ा देना,
कुछ कदम संग मेरे तुम चल लेना,

जब बाधाओं ने मुझको घेरा हो,
सारी दुनिया ने तन्हा छोड़ा हो,
जब हर ओर अविश्वास का साया हो,
आँखों में मेरे आँसू समाया हो,

तब साथी तुम हाथ बढ़ा देना,
कुछ कदम संग मेरे तुम चल लेना...

#SwetaBarnwal 

Monday 26 November 2018

यहाँ पत्थर दिल को ही पत्थर कहा गया है,
कहाँ हर दिल यहां शीशा हो पाया है,
दिल तोड़ने का शौख हर कोई रखता है,
कहाँ हर किसी को टूटे दिल के साथ रहना आया है...

#SwetaBarnwal

Thursday 22 November 2018

अनजान रिश्ता...

तेरा मेरा रिश्ता प्यारा सा पर अनजाना सा,
अपनों से भी अपना दुनिया से बेगाना सा,
वक़्त और ख़ुदा के सिवा ना है कोई गवाह,
बेतरतीब सी ज़िंदगी का है ये कोई ख़ुदा,
वो ना होते तो ज़िन्दगी इतनी हसीं ना होती,
कुछ मोहब्बत ऐसे भी होते हैं इस जहां मे
जिनका ना कोई वजूद होता है ना कोई मंज़िल,
बस उनके होने का एहसास कर जाता है जवां,
बहुत खूबसूरत होता है उनके साथ का एहसास,
मिल कर जिनसे ज़िन्दगी होती है बड़ी खास,
अधूरी है वो मोहब्बत फ़िर भी सुकून देती है,
अधूरी और बिखरी सी ज़िंदगी में नई जान देती है,

#SwetaBarnwal



सब को खुश रखते रखते
ख़ुद को खुश रखना भूल गए,
हम कोई बिता वक़्त ना थे,
जो सबकी यादों से धुल गए...

#SwetaBarnwal

Wednesday 21 November 2018

एक कोशिश...

ना तेरी शान घटी होती
ना ही तेरा रुतबा कम होता,
पीछे हटने की बजाय
जो तूने हक़ से कहा होता...
माना कि हम तुम से
थोड़े से नाराज़ हो बैठे थे,
रिश्ते ख़ुद ही सुलझ जाते
जो तूने एकबार मनाया होता...
माना खामोशियां
हर उलझन को सुलझा जाती है,
मगर रिश्तों में आई दरारें
तो बात करने से ही हल होती है...

#SwetaBarnwal

Tuesday 20 November 2018

याद...

आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे... 



आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे...
दिल में सोए हुए अरमां जगने लगे कुछ ऐसे,
तु मेरे करीब नहीं और मैं तेरी यादों से दूर नहीं,
आज फ़िर आँखों से बरसात हुई कुछ ऐसे,

आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे...

बहुत दूर निकल चुका था वो शायद मुझसे,
हम आज भी उसी मोड़ पर खड़े थे कुछ ऐसे,
हाथों में मेरे अब उसका हाथ ना था,
रूह में अब भी शामिल था वो कुछ ऐसे,

आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे...

मन में मेरे फ़िर से उमंगे जवां होने लगे,
हवाओं ने फ़िर वो साज़ छेड़ा आज कुछ ऐसे,
खुशबु वही फ़िर से फैली है फिज़ाओं मे,
कोई शीतल हवा तुम्हें छु कर आई कुछ ऐसे

आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे...

तेरे लौट आने का जैसे इंतज़ार है इन आँखों को,
अरसा गुज़र गया पर वक़्त वहीं रुका हो जैसे,
वफ़ा करके भी वफ़ा पा ना सके हम उनसे,
अपनी किस्मत ही दगा दे गई शायद कुछ ऐसे,

आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे...

ज़ख़्म फिर से हरे हो गए आज कुछ ऐसे,
आँख भर आई यार आज फ़िर किसी बात से,
क्यूँ हर को मोहब्बत नहीं मिलती मोहब्बत के बदले,
बस इसी बात पर आज फ़िर दिल टूटा कुछ ऐसे,

आज फ़िर से तुम्हारी याद आई कुछ ऐसे...

#SwetaBarnwal






Saturday 17 November 2018

दो पल का साथ

चलो फिर से समेटे उन लम्हों को,
जिसमे हम तुम साथ साथ थे
हाथों में मेरे तेरा हाथ था
कुछ कहे अनकहे जज़्बात थे
तुम थे हम थे, वो वादियां थी
और अपनी वो पहली मुलाकात थी...

हम तुम आमने सामने थे
चारों ओर सारा जमाना था
कुछ जाने कुछ अनजाने चेहरे थे
एक अनोखा सा एहसास था
दरमियाँ एक ख़ामोशी सी छाई थी
तुम थे हम थे, वो वादियां थी
और अपनी वो पहली मुलाकात थी...

होंठ ख़ामोश हुए बैठे थे,
आँखें बहुत कुछ कह रही थी
एक भय था अनजाना सा
दिल में उमंगों ने डेरा डाला था
अन्तर्मन में लहरें उठी हुई थी
तुम थे हम थे, वो वादियां थी
और अपनी वो पहली मुलाकात थी...

ना कोई वादा था ना कोई इरादा
ना पाने की खुशी ना खोने का गम
अनजान ना थे उस दो पल के साथ से
फ़िर भी दिल खुशियाँ बटोर रहा था
मन में मयूर सा नाच रहा था,
तुम थे हम थे, वो वादियां थी
और अपनी वो पहली मुलाकात थी... 

#SwetaBarnwal 


Friday 16 November 2018

बेमेल प्यार... 😜

उम्र तेरी है पचपन की
और मैं यौवना तीस की प्रिये
इश्क़ करना तेरे बस की बात नहीं,
ना ही तुम चाहो इसे निभाना प्रिये 
अब तो तुम्हीं बता दो एक बार
कैसे होगा अपना मेल प्रिये

मैं अल्हड़ चंचल नदी सी 
तुम धीर भीर समंदर सा गंभीर प्रिये 
मन आतुर है मेरा तेरे लिए 
और तु दुनियादारी मे लिप्त प्रिये 

कैसे होगा अपना मेल प्रिये

तुम वाक पटुता मे माहिर 
मैं बाला मदमस्त पागल सी प्रिये 
सारी जिम्मेवारी तुझ पर हावी 
और मैं तुझ पर जाऊं वारी प्रिये 

कैसे होगा अपना मेल प्रिये

दो पल का भी वक़्त नहीं तेरे पास 
और मैं पलकें बिछाए बैठी तेरे लिए 
तु बूंद बूंद बन बरसता है और 
मैं बिन बारिस मछली बन तरसती प्रिये 

कैसे होगा अपना मेल प्रिये

इस दिवानी की ना कोई आरज़ू है,
ना ही कुछ पाने की कोई ज़ुस्तज़ू है,
बस तु ख़ुश रहे यही है अपनी ख्वाहिश प्रिये
ये इश्क़ नहीं है कोई खेल प्रिये,

कैसे होगा अपने मेल प्रिये...


#SwetaBarnwal






वक़्त की महत्ता...

वक़्त का पहिया चलता है,
चलता है ये चलता है
कभी ना ये फिर रुकता है
चलता है ये चलता है

सबसे ये कुछ कहता है
किसी की ना ये सुनता है
वक़्त किसी का हुआ ना अब तक
ना पीछे कभी ये मुड़ता है,

साथ इसके चल सके जो तुम
दुनिया तेरी गुलाम हो
अपनी धुन में चलता है ये
किसी की ना इसको परवाह है

वक़्त वक़्त की बात है प्यारे
वक़्त कभी ऐसा भी वक़्त दिखाता है
अच्छे अच्छों की चाल पलट दे
ये एक ऐसी सीख सिखाता है

वक़्त से आगे कोई चल ना पाया
ऐसी वायु सी तीव्र इसकी चाल है
वक़्त पे जो ना चले रे भइया
मुह की वो हरदम खाता है

इस दुनिया में ऐसा कोई नहीं रे प्यारे
जो इस वक़्त से आज़ाद हो
सूरज, चंदा, धरती और तारे
सारे वक़्त के ही मोहताज़ है

वक़्त की मार से कोई बच ना पाया
कुछ टेढ़ी इसकी चाल है
जिसने भी की है कद्र वक़्त की
उसने ही इस जग में पाया सम्मान है

वक़्त का पहिया चलता है,
चलता है ये चलता है
कभी ना ये फिर रुकता है
चलता है ये चलता है...

#SwetaBarnwal


Thursday 15 November 2018

एक हसरत-ए-दिल है कि हम रूठे और वो भी कभी आकर मनाएं हमे,
पर बदकिस्मती अपनी, इश्क़ मे अपने वो मुकाम कभी आया ही नहीं...

#SwetaBarnwal 

Saturday 10 November 2018

लिख दूँ...

आज कलम उठाया सोचा एक ग़ज़ल लिख दूँ
उनसे हुई जो मोहब्बत उस की दास्तां लिख दूँ,

अजनवी बन कर मिले और दिल मे समाते गए
मिली जो नज़र धड़कनों की हलचल लिख दूँ

तेरे साथ बीते हुए लम्हों की खलिस लिख दूँ
अपनी उस पहली मुलाकात की तपिश लिख दूँ,

रोज छुपते छुपाते उनसे लंबी बातें करना
मेरी शायरी मे तेरे लिए छुपे जज़्बात लिख दूँ,

चोरी चोरी नज़रों से देख कर नज़रें चुराना तेरा
जी चाहता है तेरी तिरछी नज़रों की चोरी लिख दूँ,

वो तेरी हर कविता में मेरी ही छवि बयां थी
तु कहे तो आज ये तेरा इकरार नामा लिख दूँ,

वो पहाड़ों की ऊंचाई पे तेरा हाथ देना मुझे
बहाने से तेरा उन हाथों को दबाना लिख दूँ,

हर बहाने से बस एक दूजे से बातें करना
वो मेरा रूठना और खुद मान जाना लिख दूँ,

ओ हरज़ाई वो एक पल मे ही तेरा बदल जाना
वो तेरी बेवफ़ाई तेरा भूल जाना लिख दूँ,

कैसे कह दूँ मैं यारा कि तू पत्थर दिल है
तु खुश रह इसे मैं वक़्त की बेवफ़ाई लिख दूँ...

#SwetaBarnwal





Friday 9 November 2018

हम और वो...

राह-ए-मोहब्बत मे अपने वो मुकाम ना आया
हमे रूठना ना आया उन्हें मनाना ना आया

ज़िन्दगी ने फ़िर हमारे ऐसा नग्म गाया
हमे गाना ना आया उन्हें गुनगुनाना ना आया

वो चाहत की जमीं जिसे बड़े प्यार से तराशा था
हमे सजाना ना आया तुझे संजोना ना आया

सारी रात कट गई इन आँखों में ख्वाब लिए
हमे जागना ना आया उन्हें जगाना ना आया

शिकवे शिकायतों की धूंध गहरी होती गई
हमे भूलना ना आया उन्हें भूलाना ना आया

अरसा गुज़रता गया दूरियां बढ़ती ही गई,
हमे लौटना ना आया उन्हें बुलाना ना आया

जज़्बातों में कहीं कोई कमी रह गई शायद
हमे संभलना ना आया उन्हें संभालना ना आया

मोहब्बत की दौलत से हम दोनों थे अनजान
हमे कमाना ना आया उन्हें बचाना ना आया

राह-ए-मोहब्बत मे अपने वो मुकाम ना आया
हमे रूठना ना आया उन्हें मनाना ना आया...

#SwetaBarnwal





जितना तुझे भूलना चाहूँ,
तु उतना ही याद आता है,
क्या है ऐसा तुझमे यारा
जो तू दूर हो कर भी दूर होता नहीं...

#SwetaBarnwal

Thursday 1 November 2018

ऐ माँ...! 🙏

ऐ माँ ...!
बस इतनी सी मेरी अरज़ सुन ले,
मन में भक्ति भाव बसर कर दे,
हो जीवन में खुशियों का डेरा
छाए ना कभी घनघोर अंधेरा
ऐ माँ ...!
चाहूँ ना कभी कोई बंग्ला अटारी
बस छोटा सा अपना घर कर दे
हो हर पल जहां प्यार का बसेरा
मुस्कुराहटों से हो हर रोज सवेरा
ऐ माँ ...!
ना हो मन में कोई दुर्भावना बसर
बस इतनी सी माँ तू मेहर कर दे
हर बुराइ से मैं सदा दूर रहूँ
दिल में मेरे प्रेम की ज्योत जला दे
ऐ माँ ...!

#SwetaBarnwal





Wednesday 31 October 2018

अधूरी मोहब्बत... 😒

नज़रों से दूर मग़र दिल के करीब था वो,
मिल कर जो बिछड़ा मेरा नसीब था वो,
चाहत थी ताउम्र साथ निभाने की जिसकी,
चार कदम भी मेरे साथ चल ना पाया वो,
ना पाने की आरज़ू ना बिछड़ने का कोई गम,
प्यारा सा रिश्ता अपना बड़ा अजीब था वो,
कभी मेरी बातों में कभी यादों में मौजूद था,
कभी मेरे आँसुओं मे कभी मुस्कान मे था वो,
मेरी साँसों में था कभी मेरी रूह में समाया था,
ना था तो बस किस्मत की लकीरों मे ना था वो,
बेइंतहा चाहत थी पाने की कोई आरज़ू नही,
अनजान थे रास्ते दिल मे कोई जुस्तजू नहीं,
नज़रों से दूर मग़र दिल के करीब था वो,
मिल कर जो बिछड़ा मेरा नसीब था वो...

#SwetaBarnwal



Tuesday 30 October 2018

दगा देने वाले भी वफ़ा की बात कर गए,
हम रोते रह गए और वो पार उतर गए...

#SwetaBarnwal
मेरी ज़िन्दगी का वो पन्ना
जिस पर तेरा नाम लिखा था,
आज अपने ही हाथों तूने
उसे जला कर खाक कर दिया...

#SwetaBarnwal 
जान तुम अपनी संभाल कर रखना,
ये तुम्हारे पास हमारी अमानत है,
दे सको तो अपनी जिंदगी का दो पल देना,
इससे ज्यादा और ना कोई चाहत है...

#SwetaBarnwal
जिस पल तुमसे मिले थे कभी हम,
वो पल आज भी तेरी याद मे गुज़ारते हैं हम...

#SwetaBarnwal
Ham वफ़ा की कोई मुरत to नहीं,
Par वादा है बेवफ़ाई की सौगात ना देंगे कभी...
आँखों में बसा कर
कोई हमे नज़रों से गिरा ना दे,
बहुत डरते हैं हम
कोई अपना बना के भुला ना दे

#SwetaBarnwal
वादे करना
फ़िर उनसे मुकरना
शायद ये उनका
शौख है पुराना...

#SwetaBarnwal
दिल जब भी टूटा,
वजह कोई दिलबर ही था...

#SwetaBarnwal
हमे तो कबूल है
हर बेवफ़ाई भी उनकी,
वो आकर एकबार
हमसे कह तो जाएँ
अच्छा लगता है हमे
तेरा टूट कर बिखर जाना...

#SwetaBarnwal
आँखों में बसा कर
कोई हमे नज़रों से गिरा ना दे,
बहुत डरते हैं हम
कोई अपना बना के भुला ना दे

#SwetaBarnwal
ओ जाने वाले मुसाफिर
एक बात तू भी सुनता जा
जाने से पहले एक बार
हमे ख़ुद से जुदा करता जा...

#SwetaBarnwal 
आपसे रोज़ बात करने को दिल चाहता है​​,​
बहुत ​कुछ कहने सुनने को ये दिल चाहता है,​
​पर आप इस कदर नज़रें फेर बैठे हैं हमसे,
​हमेशा के लिए रूठ जाने को दिल चाहता है​।

#SwetaBarnwal

Sunday 28 October 2018

ये तुम्हारी आँखें...

ख़ामोश रह कर भी बहुत कुछ बोलती है तुम्हारी आँखें,
मन में मयूर सा डोलता है मेरे देख कर ये तुम्हारी आँखें,
स्वप्न सुंदरी हो तुम कोई या हो कोई स्वर्ग की अप्सरा सी,
एक नशा सा छा जाता है मन मे देख कर तुम्हारी आँखें,

कभी छलकती है कभी बरसती है ये तुम्हारी आँखें
ना जाने ख़ामोशी से क्या कुछ पाने को तरसती है ये आँखें
कभी कोई सुमधुर संगीत है, कभी किसी शायर की ग़ज़ल
खिलता कमल है चेहरा तेरा, झील सी है ये तुम्हारी आँखें

सज़दे मे झुक जाऊँ जिसके ख़ुदा की शक्ल है तुम्हारी आँखें
सादगी से भरी है ये एक जादू सा छाया है इन आँखों में
उठे जो पलकें हो जाए सवेरा ये झुके तो छाए अंधियारी
ख़ुद उस ईश्वर की खूबसूरत अमानत है ये तुम्हारी आँखें...

ख़ामोश रह कर भी बहुत कुछ बोलती है तुम्हारी आँखें...
मन में मयूर सा डोलता है मेरे देख कर ये तुम्हारी आँखें,
स्वप्न सुंदरी हो तुम कोई या हो कोई स्वर्ग की अप्सरा सी,
एक नशा सा छा जाता है मन मे देख कर तुम्हारी आँखें...

#SwetaBarnwal





वो दिल मे मोहब्बत और नज़रों में करम रखते हैं,
हम भी कितने पागल हैं जो ऐसे भरम रखते हैं...

#SwetaBarnwal

Thursday 25 October 2018

जब से मेरे दिल ने तुझे चाहा,
ज़िन्दगी से हमने और कुछ ना चाहा...

#SwetaBarnwal
ख्वाब अधूरे अरमान अधूरे,
बिन तेरे हर जज़्बात अधूरे...

#SwetaBarnwal
ख़ुद को खोकर तुझको पाया,
तुझको खो दूँ तो क्या रह जाएगा मेरा...

#SwetaBarnwal
अक्सर जिसे प्यार की कद्र नहीं होती
इत्तेफाक से उसी को चाहता है ये दिल...!!

#SwetaBarnwal 

जो लफ़्ज़ों को समझ ना पाए,
वो भला नज़रों को क्या पढ़ पाएंगे...

#SwetaBarnwal
जिसे आपने दिल से चाहा
उसके दिल का हाल भी ना जान पाए,
ये मोहब्बत है
या फ़िर बेख्याली का मंजर...

#SwetaBarnwal

Tuesday 23 October 2018

ना जाने कैसी है ये मोहब्बत..!
बयां करो तो बदनामी जीने ना दे,
और ख़ामोश रहो तो गुमनामी मरने ना दे...

#SwetaBarnwal
मोहब्बत का तेरे कर्ज हम कुछ इस तरह से अदा करेंगे,
तुम यादों में शामिल करोगे और हम रूबरू हो जाएंगे...

#SwetaBarnwal

मोहब्बत मे उन्होने जब
हमसे हिसाब मांगा,
हमने भी कह दिया
मोहब्बत तो छोड़ो
सिर्फ मेरे आँसुओं का
जो हिसाब लगा
तो कर्जदार हो कर
रह जाओगे...

#SwetaBarnwal

ये दामन है एक खूबसूरत सफ़ेद चादर सी,
कोई हवा भी गुज़रे तो कालिख सी लग जाती है...

#SwetaBarnwal
ज़िंदगी की मसरूफ़ीयत मे तुम इतने भी मसरूफ़ ना हो जाओ, 
जो तुझ पर दिल-ओ-जान से मरते हैं उन को ही वक़्त देना भूल जाओ...
शायद ये मसरूफ़ीयत ले जाए तुम्हें तुम्हारी मंज़िल पर,
पर कहीं ऐसा ना हो तुम अपनों से बहुत दूर हो जाओ... 

#SwetaBarnwal

Monday 22 October 2018

हर लम्हा तेरे इश्क का पैगाम दे रहा है,
ये तेरा झूठा इज़हार मेरी जान ले रहा है।

#SwetaBarnwal 

ना मिलने की खुशी
ना बिछड़ने का गम,
फ़िर भी हम तुझसे
बेइन्तेहां मोहब्बत
करते हैं सनम...

#SwetaBarnwal

मन नहीं करता...

ज़िन्दगी क्या थी अब क्या हो गई,
जो चाहा वो कभी पाया नहीं
और जो पाया उसे चाहना आया नहीं,
अब तो और कुछ पाने का मन नहीं करता,

रोते रोते हंस दिया करते थे कभी
अब तो मुस्कुराने का भी मन नहीं करता,

लुटाई थी जिसकी चाहत में हर आरज़ू
अब तो उसे भी चाहने का मन नहीं करता,

क्या क्या ना ख्वाब सजाए थे आँखों ने
अब उन ख्वाबों को देखने का भी मन नहीं करता,

हर आहट पे चौंक उठते थे कभी
अब तो बस पथराई सी आँखें हैं
ना जाने शून्य में किसकी तलाश है
अब और किसी से दिल लगाने का मन नहीं करता,

तेरी चाहत में इस कदर मगरूर हो गए हम
अब किसी और को अपना बनाने का मन नहीं करता,

जाओ जी लो तुम अपनी ज़िंदगी यारा
हमे तो अब और जीने का भी मन नहीं करता...

#SwetaBarnwal
नामुमकिन सा यारा हमने भी एक ख्वाब देखा है,
ख्वाब में उनको अपने बिलकुल पास देखा है,
पल भर की भी फ़ुर्सत नहीं जिनके पास हमारे लिए,
ख्वाब में ही सही हमने उन्हें अपना इंतज़ार करते देखा है...

#SwetaBarnwal

Friday 19 October 2018

जी चाहता है...

जी चाहता है आज कुछ बयां करूं,
जो दिल में है मेरे उसका ऐलान करूं,
तुझसे है मोहब्बत ये जानते हैं हम,
आज ये इज़हार मैं सरे आम करूं,
ख्वाबों में तो तुम हर रोज मिलते हो,
हकीकत जो हो जाए वो अल्फाज़ लिखूं,
हर पल जो छाया रहता है मुझपे नशा सा,
दिल की हर धड़कन मैं तेरे नाम लिखूं,
ख्यालों में जो हर वक़्त एहसास होता है,
जी चाहता है उसे लफ़्ज़ों में बयां करूं,
जिस्म हूँ मैं तेरी और मेरी जान हो तुम,
सारी ज़िंदगी आज मैं बस तेरे नाम लिखूं...

#SwetaBarnwal






भागम भाग...

हम भी भाग रहे हैं  तुम भी भाग रहे हो, 
हर आदमी यहां देखो ख़ुद से भाग रहा है,
कोई यहां पैसे के पीछे भाग रहा है
तो कोई शोहरत के पीछे भाग रहा है
कोई यादों से भाग रहा है तो कोई वादों से,
कोई बातों से भाग रहा है तो कोई इरादों से,
कोई सच से भाग रहा है तो कोई झूठ से,
कोई ज़िंदगी से भाग रहा है तो कोई मौत से,
कोई अपनों से भाग रहा है तो कोई अपने आप से,
ना जाने कैसी ये प्यास है किससे लगाया सबने रेस है,
पर इतना तो तय है कि यहां सब भाग रहे हैं,
आगे बढ़ने की चाह में ख़ुद से पीछे रह गए हैं,
ना जाने हम सब क्या से क्या हो गए हैं...

#SwetaBarnwal 

Wednesday 17 October 2018

अब हम पहले की तरह रोज़ नहीं करते हैं उनसे बात,
ख़्याल आते ही उनका उमड़ पड़ते हैं हमारे जज़्बात,
उन्हें तो कभी फ़र्क नहीं पड़ता रत्ती भर भी,
और धराशाई हो कर रह जाते हैं हमारे सारे एहसासात...

#SwetaBarnwal

Tuesday 16 October 2018

एक मायूसी...😢

अपनी बंजर पड़ी ज़िंदगी को संवारते रही,
जो टूट गया साख से उसको फ़िर जोड़ती रही,

सारी ज़िंदगी निकल गई अपनी कश्मकश में,
रात हुआ तो आँसुओं से तकिये को भिगोते रही,

दफ्न कर दिया अपनी ख्वाहिशों को कब्र में,
फ़िर ताउम्र उस कब्र को मैं खोदती रही,

दर्द का बवंडर ले उड़ा मेरी खुशियों को,
गुब्बार की भांति हर पल मैं फ़िर भटकती रही,

कितने प्यार से यादों को तेरी संजोया था मैंने,
अब उन यादों की आग में खुद को जलाती रही,

बाकी बची है कुछ ही साँसें अपनी उधार की,
मौत से पहले कई बार ख़ुद को मैं मारती रही,

किसी की बद्दुआ थी या थी कोई मेरी ही ख़ता,
मैं जितना सुलझाती रही ज़िन्दगी उलझती रही,

अब अपने होने का एहसास भी ख़त्म होने लगा,
गुमनामी के अंधेरे मे यूं जैसे मैं गुम होती रही...


#SwetaBarnwal




Monday 15 October 2018

चाहती हूँ बस...

चाहती हूँ बस मैं तेरे दिल में मेरा ही डेरा हो,
हर पल हर शय बस तू मेरी ही यादों से घिरा हो,

गर तू चाँद है तो तेरी चांदनी सिर्फ़ मुझपे बरसे,
गर तू सूरज है तो तेरी हर धूप सिर्फ़ मुझपे खिले,

चाहती हूँ बस तारों भरी रात हो और तु मेरे साथ हो,
हर पल तू मुझे निहारे, तेरी आँखों में मेरे ही ख्वाब हो,

चाहती हूँ तेरी किस्मत मैं संवारना तुझे दिल में बसाना,
तेरे हाथों में मोहब्बत की लकीरों में नाम सिर्फ़ मेरा हो,

चाहती हूँ बस तेरे साथ मेरी ज़िंदगी की हर शाम गुज़रे,
हर लम्हा हर आरज़ू तेरी ज़िंदगी का कुर्बान बस मुझपे हो,

मैं फूल बन खिलती रहूँ तुम खुशबु बन महकते रहो,
चाहती हूँ बस हर जनम तुम मेरे ही दामन से उलझते रहो,

तेरी हर सुबह मुझसे हो तेरी हर शाम मुझपे ही ढले,
चाहती हूँ बस तेरी ज़िंदगी सिर्फ़ मेरी पनाहों में ही गुज़रे ...

#SwetaBarnwal







तुम...

जब से हिस्सा बन गए हो तुम
मेरे अफसाने का,
एक मज़ा सा आ गया है
मेरे जीने मे,
अल्फाज़ों को अब हम
जोड़ने लगे,
तेरे मोहब्बत के गीत हम
गुनगुनाने लगे,
हर वक़्त यूँ तुम मुझ मे
समाए से रहते हो,
एक नशा सा जैसे मुझपर
छाया सा रहता है,
जो कभी दुहरा ना सकूँ
वो गीत बन गए हो,
मेरे इस मन के तुम जैसे
मीत बन गए हो,
जीवन बगिया के सुमधुर
संगीत बन गए हो,
जो कभी ना जुदा हो पाए
वो जान बन गए हो ...

#SwetaBarnwal







चाहत में अगर शब्दों की चाशनी डाल दो,
फ़िर देखना मोहब्बत बढ़ती जाती है...

#SwetaBarnwal
देखो ना तेरी बेख्याली भी कमाल कर गई,
तुझे चाहने की चाहत इस दिल में ही मर गई...

#SwetaBarnwal 

Sunday 14 October 2018

मोहब्बत है तो फ़िर ख़ामोश ना रहा करो,
अक्सर इन ख़ामोशियों मे कई रिश्ते दम तोड़ देते हैं...

#SwetaBarnwal 
ना तेरी तस्वीर, ना तेरा ख्याल,
ना तेरी याद और ना तेरा ख्वाब,
कुछ भी तो नहीं संजोया है मैंने तेरा,
फ़िर भी तेरे सिवा कुछ भी तो नहीं है यहाँ...

#SwetaBarnwal

हम तो कलम के जादूगर हैं
शब्दों से खेलते हैं,
जब भी मन मचलता है हमारा
दर्द मे भी सुनहरे ख्वाब बुनते हैं...

#SwetaBarnwal

ज़िंदगी तो गुज़र ही जाएगी अपने रफ़्तार से,
फ़िर चाहे कोई छूटे, कोई रूठे या ये दिल टूटे...

#SwetaBarnwal

इस जहाँ से अलग
हम नया दस्तूर बनाएंगे,
जो कभी किसी की ना पूरी हुई,
हम उसे मुकम्मल कर नई दास्तां लिख जाएंगे...
मोहब्बत की तो बात ही छोड़ो,
हम मौत को भी मोहब्बत के अंदाज़ सिखाएंगे...

#SwetaBarnwal

तुम मेरे हो...

मेरे मन के किसी कोने में छुपा एहसास हो तुम,
मेरे इस सूने से जीवन में प्यार की मिठास हो तुम,
जो अब तक मुझ तक ही सीमित था तुम भी जान लो,
तुम मेरे हो, सिर्फ़ मेरे, हाँ तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे हो...

उलझी सी है ये जीवन बगिया, तुम उसके पालनहार हो,
भँवर में अटकी नैया अपनी, तुम उसके खेवनहार हो,
महसूस किया करती हूँ मैं हरदम हर पल जिसको,
तुम मेरे हो, सिर्फ़ मेरे, हाँ तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे हो...

रास्ता भी तुम हो मेरे सफ़र की मंज़िल भी तुम ही हो,
तुम सागर हो मेरे मन का और मैं तेरा किनारा हूँ,
मेरा जीवन बिखरा सा, और तुम सुनहरा धूप सा,
तुम मेरे हो, सिर्फ़ मेरे, हाँ तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे हो...

एक सादगी सी बातों में, एक चाहत का एहसास लिए,
एक अनजाना सा बंधन है, दिल में प्यार का पैगाम लिए,
एक ख़ामोशी सी छाई है, फिर भी हर बार यही दुहराता है,
तुम मेरे हो, सिर्फ़ मेरे, हाँ तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे हो...

जन्मों का ये बंधन है, कोई किस्मत की बात नहीं,
हम तुम मिलते आएंगे, कोई दो पल का ये साथ नहीं,
मेरे लफ्ज़ मेरी कविता हो तुम, मेरे इश्क़ की गीता हो तुम,
हाँ तुम मेरे हो, सिर्फ़ मेरे, हाँ तुम सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे हो...

#SwetaBarnwal











Thursday 11 October 2018

किसी ने कहा हमसे ;

औरो की तरह हम नही लिखते है
डायरियां..!!
बस याद तुम्हारी आती है
और बन जाती है शायरियां..

तो हमने भी कह दिया ;


जिसकी याद में आप
शायरियाँ बनाते हो,
क्या कभी उसको भी
ये एहसास कराते हो...

#SwetaBarnwal
जानती हूँ
खुशियों की सौदागर ये पूरी दुनिया है,
मगर याद रखना
जब भी तुम गम बेचोगे पहले खरीदार हम होंगे...

#SwetaBarnwal

Tuesday 9 October 2018

आ जाना...

उन भूली बिसरी यादों को
एक बार संजोने आ जाना,
जो किये थे वादे कभी तूने
एक बार उसको निभाने आ जाना,
है सदियों से तेरा ही इंतज़ार,
बस एक झलक दिखाने आ जाना,
जिन आँखों पे मरते थे तुम
उनसे गिरते आँसू पोछने आ जाना,
इन लबों पे एक बार वही
तुम हंसी सजाने आ जाना,
इश्क़ से ऐतबार उठ ना जाए,
बस उस इश्क़ की लाज़ रखने आ जाना...

#SwetaBarnwal

Monday 8 October 2018

दिल धड़क जाए तेरा बस नाम से मेरे,
ऐ ख़ुदा कुछ तो ऐसी इनायत कर दे...

#SwetaBarnwal 

तुम तुम ना रहे...

बात बस इतनी सी है यारा
कि अब तुम तुम ना रहे,

ना वो बातें रही
ना वो मुलाकातें रही,
ना वो प्यार का एहसास
दिल में तेरे बाकी रहा,
बात बस इतनी सी है यारा 
कि अब तुम तुम ना रहे, 

ना वो अल्फाज़ रहे
ना वो जज़्बात रहे,
ना वो प्यार का मौसम रहा
ना वो अंदाज़-ए-बयां रहा,
बात बस इतनी सी है यारा 
कि अब तुम तुम ना रहे, 

ना वो तेरी चुहलबाजीयां रही, 
ना वो मदमस्त निगाहें रही,
ना तेरी आँखों में वो चाहत रही, 
ना उन आँखों में मेरे लिए तड़प रही, 
बात बस इतनी सी है यारा 
कि अब तुम तुम ना रहे, 

कभी तेरा भी दिल तड़पता था, 
बेचैन होता था तू मेरे लिए,
इंतज़ार तुझे भी रहता था मेरे आने का, 
अब तो बस बेरुखी का आलम है, 
बात बस इतनी सी है यारा 
कि अब तुम तुम ना रहे,

तेरी पनाहों में सुकून मिलता था मुझे,
तेरे दीदार को तरसता था ये मन, 
आज है सिर्फ़ एकतरफा मोहब्बत
और सदियों का इंतज़ार मेरी आँखों में
बात बस इतनी सी है यारा
कि अब तुम तुम ना रहे...


#SwetaBarnwal









हवा में आज ये खुशबु कैसी,
लगता है तुझे छू कर आई है...

#SwetaBarnwal 
जिन लम्हों में तुम शामिल ना हो,
ऐसा कोई लम्हा हमने जिया नहीं,
तुझसे जुदा हो कर जीना पड़े,
वो ख्वाब हमने कभी देखा नहीं...

#SwetaBarnwal 
ऐसा कोई पल नहीं होता,
जब तेरे होने का एहसास नहीं होता...
सांसे तो आती जाती रहती है,
तेरी याद उन साँसों से पहले आती है...


#SwetaBarnwal 

Sunday 7 October 2018

ऐ ज़िंदगी...!
अब मेरा हिसाब कर दे,
थोड़े मे ही सही
मुझको बेहिसाब कर दे...

#SwetaBarnwal 
तुझसे दूर जाते जाते हम
तेरे और करीब हो गए...
हम तेरी चाहत ना बन सके,
और तुम मेरा नसीब हो गए ..

#SwetaBarnwal
आप से तुम
तुम से तू कहने लगे,
जो कभी दूर थे
वो अब रूबरू होने लगे...

#SwetaBarnwal

किसी शाम आ जाओ तुम चाय पर...

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर
हमसे मिलने
किसी बहाने से,

मिल बैठेंगे संग संग
उड़ेंगे जज़्बातों के रंग
दो घड़ी दो पल
या फिर दो लम्हें,
मुट्ठी में बांध
कैद कर उन्हें ले जाएंगे,

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर

कुछ यादों के 
किस्से बुनेंगे, 
कुछ अहसासों के
धुएं उड़ेंगे,
कुछ कदम हम तुम
संग चलेंगे,

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर

कुछ अपनी कहेंगे
कुछ तुम्हारी सुनेंगे,
जी भर कर फिर हम
बातें करेंगे,
उन लम्हों में हम
फ़िर से सदीयां जियेंगे,

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर

तेरे साने पे रख के सर 
तुझसे तेरी ही बातें करेंगे, 
कुछ रह जाए बाकि गर 
आँखों में पढ़ जाना तुम, 
उन लम्हों में ही 
सौ जन्मों को हम जियेंगे, 

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर

यूँ ही साथ बैठेंगे
हंसेंगे हसाएंगे,
कुछ कहकहे लगाएंगे
कोई धुन गुनगुनाएंगे,
तुम सुर देना
और हम ताल मिलाएँगे,
एक दूजे की बाहों में
हम यूँ ही झूल जाएंगे,

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर

बहुत थक चुकी है ज़िंदगी
इस कदर भागते भागते,
कुछ पल सुकून से
हम तुम साथ बिताएंगे
इस भागम भाग की ज़िंदगी में
कुछ लम्हें खुशी की जिएंगे,

किसी शाम आ जाओ
तुम चाय पर
हमसे मिलने
किसी बहाने से... 


#SwetaBarnwal




तेरी हर एक आवाज़ पे हम फिदा हैं,
इन्हें ख़ामोशियों में ना बांधों तुम,
हमारी मोहब्बत को किसी दायरे में ना समेटो तुम,
ये तो बेइंतहा, बेहिसाब और बेपनाह है...

#SwetaBarnwal 

तेरी बेरुखी ने हमे
मजबूर कर दिया,
तेरे इश्क़ मे क्या पड़ी
मगरूर कर दिया,
सोचा छोड़ जाऊँ
तुझे भी दर्दे दिल देकर,
पर मेरे चाहत की
इन्तेहां तो देखो,
तुझसे दूर होते होते
हमने ख़ुद को खुद से
दूर कर लिया...

#SwetaBarnwal
जिस दिल में हम रहें एहसास बनकर,
वहां दर्द का कोई बावस्ता नहीं...

#SwetaBarnwal
ज़िन्दगी फिसलती जा रही है अपने हाथों से
रेत की तरह,
पर वो इश्क़ आजतक ना मिला जो हमें
मुकम्मल कर जाए...

#SwetaBarnwal

Saturday 6 October 2018

तेरी नज़रअंदाज़गी और बेरुखी ने ही सील दिये हैं होंठ मेरे,

अब तुम्हीं बताओ कैसे कहूँ  कि तेरी बहुत याद आती है...!!

#SwetaBarnwal 

Friday 5 October 2018

स्त्री...

मुमकिन नहीं है शब्दों में
ख़ुद को कभी बांध पाऊं,
जो चाहूं कभी लिखना
कुछ अपने बारे में,
उनको कागज पर
मैं उतार पाऊं,
कोई अपना हो कर भी
अपना नहीं है,
कोई कुछ ना हो कर भी
सबकुछ लगता है,
जी चाहता है अब
तोड़ दूँ सारी हदें
उड़ जाऊं इस कैद से
छू लूँ ऊंचे आसमां को,
गर एक साथ जो तेरा
मिल जाए मुझको
ख़ुद से ख़ुद की मैं
पहचान करा जाऊं,
ऐ यारा...! बस कर दे
इतना सा करम,
बिखर कर खुद
मैं तुझमे समा जाऊं...

#SwetaBarnwal

Thursday 4 October 2018


कुछ लोग बिना मिले सदियों का बंधन जोड़ जाते हैं,
और कुछ लोग तो मिल कर भी अजनवी रह जाते हैं...

#SwetaBarnwal

Tuesday 2 October 2018

Kuchh dil k nazma parosti hun,
Kuchh दुनिया k gum chura lati hun,
Kuchh hal-e-dil suna jati hun,
Kuchh ankahe jazbat bayan kar jati hun,
Mere shabdon se dil na lagana yaron,
In shabdon se दिल me toofan macha jati hun....

Sweta Barnwal

Saturday 29 September 2018

इज़हार...

कभी भूले से हमारी गली भी आ जाया करो,
इतनी बेरुखी भी अच्छी नहीं होती,
कभी फ़ुर्सत निकाल कर हमसे भी हाल पूछ लो,
इतनी व्यस्तता भी अच्छी नहीं होती,
हर बार मैं ही कहती रहती हूँ तुमसे,
कभी तुम भी तो कह दो "तुम्हारी बहुत याद आती है"
जानती हूँ बहुत प्यार है तुम्हें हमसे,
कभी अपने होठों से इज़हार-ए-मोहब्बत होने तो दो...


#SwetaBarnwal

प्रेम...

प्रेम
झलकता मातृत्व है,
बहना की राखी है,
भाई का प्यार है,
दोस्तों की दोस्ती है...

प्रेम
समर्पण है सादगी है,
सच्चाई है आस्था है,
प्रेम दो आत्माओं का मिलन है
प्रेम ज़िंदगी है...

प्रेम
माँ की लोरी है,
पिता की डांट है,
भाई बहन की नोंक झोंक है,
दोस्तों की शरारत है...

प्रेम
कान्हा की बांसुरी की तान है,
प्रभु राम का बलिदान है,
सीता माता का मान है,
राधा का त्याग है
तो मीरा का अभिमान है...

प्रेम
प्रेम और कुछ नहीं,
प्रेम तो बस प्रेम है,
अल्फाज़ों से परे,
भावनाओं का अद्भुत संगम है...

प्रेम
जो दिखता कहीं नहीं है,
पर होता हर जगह है,
सृष्टि का सार है ये,
जीवन का श्रृंगार है ये,
प्रेम तो बस प्रेम है,
दूसरा इसका कोई आधार नहीं...


#SwetaBarnwal

Wednesday 26 September 2018

जाने किस बात की यारों वो हमे सज़ा दे जाता है,
जो मेरे फसाने का ही नहीं रूह का भी हिस्सा बन बैठा है...

#SwetaBarnwal
लौट कर आने वालों का दिल से हम करेंगे स्वागत,
वरना तो हम अपने शहर के खुद हैं बादशाह...

#SwetaBarnwal
उम्मीद ना रख किसी से इस दुनिया में मोहब्बत की,
बड़े गहरे ज़ख़्म दे जाते हैं शिद्दत से चाहने वाले...

#SwetaBarnwal

किसी को हम चाहें तो बेइंतहा चाहते हैं,
दुनिया में हम उसे सबसे प्यारा मानते हैं,
पर जाने वाले को हम कभी रोकते नहीं,
क्यूंकि जिसे कद्र है वो लौट कर आयेगा,
और जिसे कोई कद्र नहीं है मेरी
वो लौट कर भी अपना ना बन पाएगा...

#SwetaBarnwal

Tuesday 25 September 2018

क्यूँ...

जिसे चाहो वही रुलाता क्यूँ है,
पास आकर वो दूर जाता क्यूँ है,
जिसे कूदरत ने लिखा नहीं तकदीर में,
उसी से मोहब्बत कराता क्यूँ है...
जिसे टूट कर चाहो वही तोड़ जाता क्यूँ है,
इश्क़ मे तन्हा छोड़ जाता क्यूँ है,
जिसे हम बसाते हैं इस दिल में
वही हमे रुसवा कर जाता क्यूँ है,
हंसाने का वादा कर रुला जाता क्यूँ है,
प्यार की राहों में अंधेरा छाता क्यूँ है,


#SwetaBarnwal

बदल दिए हैं अब हमने भी
अपने इश्क़ के अंदाज़,
वो नज़रअंदाज़ करते गए
और हम ख़ामोश होते गए...

#SwetaBarnwal 

Monday 24 September 2018

तुम...

मेरी शायरी के अल्फाज़ हो तुम,
मेरे दिलबर मेरे हमराज़ हो तुम,
मेरी खुशियों का आगाज़ हो तुम,
मेरी हर महफ़िल की शान हो तुम,
मेरी खुशियों की पहचान हो तुम,
मेरे दिल का अधूरा अरमान हो तुम,
ऐ यार..! मेरी खूबसूरत जान हो तुम,
मेरे बिखरे सुरों का साज़ हो तुम,
मेरे दिल में छुपा एक राज़ हो तुम...


#SwetaBarnwal 
अगर ख्यालों से फ़ुर्सत मिल जाए तो
कभी हकीकत में भी आकर मिल जाना...

#SwetaBarnwal 

Saturday 22 September 2018

मेरी ग़ज़ल हो गई...

उनसे मिली नज़र तो मेरी ग़ज़ल हो गई,
यादों में वो आए तो मेरी ग़ज़ल हो गई,

सुबह वो मिलने आए तो शाम हो गई,
उनकी जुदाई में फ़िर मेरी ग़ज़ल हो गई, 

हम याद करे और उनको ख़बर हो जाए,
समझो फ़िर मुकम्मल मेरी ग़ज़ल हो गई, 

इंतज़ार मे गुज़रे ये लम्हें साल हो गए, 
आई जो उनकी खबर मेरी ग़ज़ल हो गई,

आँसू तेरी याद में मेरे आंँखों से जो बहे,
तेरे दिल में भी चुभन हो तो मेरी ग़ज़ल हो गई,

जो वो रूठे तो हर अल्फाज़ रूठ जाए, 
वो जो आयें महफ़िल में मेरी ग़ज़ल हो गई,

तेरे आने से वीराने मे भी रौनक आ जाए, 
अल्फाज़ मिलते गए और मेरी ग़ज़ल हो गई... 

यूँ तो #श्वेता दरमियाँ हैं अपने कई फासले, 
मिल जाए जो तेरी झलक मेरी ग़ज़ल हो गई,

#SwetaBarnwal 

Friday 21 September 2018

रूठा वक़्त...

रूठा जो वक़्त तो मना लेंगे हम,
रूठे यार को कैसे बुला पाएंगे हम,
यादों से तेरी दिल बहला लेंगे हम,
आँखों से अपने तेरे आँसू बहा लेंगे हम,
गिले शिकवे दिलों के कैसे मिटा पाएंगे हम,
सिलसिले चाहतों के कैसे दुहरा पाएंगे हम,
काश..! ये आईनें दिलों को भी पढ़ पाते,
राज़ उनके दिल के हम भी जान जाते,
ना राहें हैं अपनी और ना मंज़िल का पता,
एक मुसाफ़िर ही सही हम भी बन जाते,
आँखें अपनी हैं इसमें सजे ख्वाब भी अपने,
काश..! उन ख्वाबों के हकदार हम भी बन पाते...


#SwetaBarnwal

ऐ यारा तेरे इश्क़ मे हमे यूँ मगरूर होना नहीं,
कि तुझसे दूर हो कर अब मुझे और जीना नहीं...

#SwetaBarnwal 
काश..!
तेरी तरह हम भी मुकर पाते अपने वादों से,
बहुत थक चुके हैं हम तेरे बहानों से...

#SwetaBarnwal

दर्द-ए-दिल...

ना तुझसे किसी वादे की उम्मीद थी,
ना कभी कुछ पाने का इरादा था,
ना ज़िंदगी भर के साथ की चाह थी,
ना कोई तुझ तक जाती मेरी राह थी,

ना ही तुझसे वफ़ा की कोई उम्मीद थी,
ना ही इस दिल में तुझे पाने की हसरत थी,
ना बेइन्तेहाँ प्यार की कोई ख्वाहिश थी,
ना ही तेरे इश्क़ की कोई आज़माइश थी,

माना इश्क़ मे हर कोई बदल जाता है,
मगर उतना भी नहीं जितना कि तुम बदले,
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमे तो देखना है बस तु बेवफ़ा कितना है ..


#SwetaBarnwal

तुम जो बदले
तो वो मजबूरियां कहलाए,
कभी हम जो बदल जाएं
तो बेवफ़ा हो जाएं...

#SwetaBarnwal
कभी फ़ुर्सत में भी तुझे ये ख़्याल ना आया,
किसी ने तुझे अपनी ज़िंदगी से बढ़ कर है मना...

#SwetaBarnwal 

Thursday 20 September 2018

झूठ की बुनियाद पर तूने रिश्ते हैं बनाए,
और तेरी उस झूठ पे हमने लाखों आँसू हैं बहाए...

#SwetaBarnwal
पत्थर से सर टकरा तो लिया,
अब अंजाम-ए-इश्क़ मौत से ज्यादा क्या होगी...

#SwetaBarnwal
हर एक के मोहब्बत के नसीब मे मंज़िल नहीं होती,
कुछ हम जैसे भी होते हैं जिनका कोई साहिल नहीं होता...

#SwetaBarnwal
हमने इश्क़ मे उन्हें ख़ुदा माना
और वो बड़े खुदगर्ज़ निकले...

#SwetaBarnwal
हमने भी सुलह कर ली अपनी तकदीर से,
मांगना छोड़ दिया उनको अपने नसीब से...

#SwetaBarnwal
बातें तेरी खुब है,
पर बातों से अब ये दिल भरता नहीं,
मिलते तो कई हैं इस जमाने में,
पर कोई और अब इस दिल मे बस्ता नही...

#SwetaBarnwal
पहले तो सब जज़्बात थे,
अब बस वो कोरे अल्फाज़ हैं...

#SwetaBarnwal

अब और नहीं...

अब ख़तम हुआ ये इंतज़ार,
अब और नहीं करूंगी तुमसे प्यार,
अब और नहीं तेरे लिए तरसेगा ये दिल,
अब और नहीं बरसेंगी ये आँखें,
अब और नहीं तेरी यादों को संजोउंगी,
अब और नहीं तुझ को मैं पुकारुँगी,
अब और तेरे दिए सितम सहे जाते नहीं,
दर्द दिल के अब किसी से कहे जाते नहीं,
अपना बना कर यूँ दगा दे जाओगे तुम,
अब और ऐतबार तुम पे कर पाऊँगी नहीं...


#SwetaBarnwal


उनके लौट आने की अब ख्वाहिश ना रही,
मायूसियों से अब मेरी दोस्ती हो गई है,
ना कोई शिकवा और ना शिकायत है किसी से,
इन तन्हाइयों से अब मोहब्बत सी हो गई है...

#SwetaBarnwal 
ऐ ख़ुदा...!
कहीं कबूल ना हो जाए दुआ मेरी,
कहीं लौटकर वापस मेरी ज़िन्दगी में
मिटा ना दे वो इंतज़ार का मज़ा...

#SwetaBarnwal 
तुझसे जो हमने मोहब्बत कर ली,
ख़ुद से ख़ुद को बेगाना कर लिया...
क्या इसी को इश्क़ कहते हैं लोग,
तुझसे मिलकर सबसे अनजाना कर दिया...

#SwetaBarnwal 
तुम हमारे रहो ना रहो
वो तुम्हारी है मर्ज़ी,
पर हम सदा तेरे रहेंगे
इतनी तो सुन लो हमारी अर्ज़ी...

#SwetaBarnwal 


इन आँखों में भरे हैं तेरे प्यार के रंग,
आ चल लूँ मैं दो चार कदम तेरे संग...

#SwetaBarnwal

माँ

खुद भूखा सो हमे खिलाती है
सारी सारी रात जागती है माँ,
अपनी ममता से सहलाती है
दर्द बच्चों के अपने सह जाती है माँ,
बुरे वक़्त मे साथ निभाती है
हर बलाएं अपने सर ले लेती है माँ,
नौ महीने अपने कोख में रख
हमारे इस दुनिया में आने का जरिया बनती है माँ...

#SwetaBarnwal


उनका मेरी ज़िन्दगी में आना ठंडी हवा का झोंका सा,
और आकर यूँ चले जाना जैसे कोई एक धोखा सा...

#SwetaBarnwal

Wednesday 19 September 2018

गर जो कोशिश करोगे तुम
सुनने की धड़कनों की सदा ख़ामोशियों में,
यकीनन तुम सुन पाओगे,
मेरी मायूसियों को मेरी साँसों में...

#SwetaBarnwal 
यूँ ही सबसे दूर ख़ामोश बैठी रहती  हूँ,,,,
इस तरह हाल- ए - दिल कहते रहती  हूँ.... |

#SwetaBarnwal 
ख़ामोशी में चाहे जितना बेगाना-पन हो,
लेकिन इक आहट जानी-पहचानी होती है... |

#SwetaBarnwal 
तुम शब्दों के जादूगर हो,
मै ख़ामोशियों की सौदागर हूँ.. |
तुम ने जब चाहा, जो चाहा, कह दिया,
मैने हर बार, हर बात हंस कर मान लिया.... ||


#SwetaBarnwal 
किसी ने सच ही कहा है,  लेखनी में वजन खुद बखुद आ जाता है,
गर चाहत सच्ची हो, या फिर इश्क में उसका दिल टूटा हो..

#SwetaBarnwal 
किसी ने कहा मुझसे ;

तुझे क्या कहूं तू है मरहबा. तेरा हुस्न जैसे है मयकदा
मेरी मयकशी का सुरूर है, तेरी हर नजर तेरी हर अदा...

तो हमने भी कह दिया ;

ये कोई जलवा नहीं है मेरे हुस्न का,
ये तो बस इनायत है आपके नज़र-ओ-करम की...


#SwetaBarnwal 

वही तो हैं पिता...

बिठा कर अपने कांन्धे पर
जिसने हमे दुनिया दिखलाई,
लाख आई राहों में मुसिबतें पर,
उनके चेहरे पर एक शिकन ना आई,
हर मुश्किलों मे हौसला बढ़ाया,
आँधियों से जिसने लड़ना सिखाया,
जिनके साये मे महफूज़ गुज़री है ज़िंदगी,
वही तो हैं पिता हमारे...

#SwetaBarnwal

Tuesday 18 September 2018

बेइंतहा...

आज भर कर बाहों में तुझे,
जी चाहे तुझे बेचैन कर दूँ,
चूम लूं इस कदर तेरे होठों को,
तेरी रातें मैं रंगीन कर दूँ,
उतर जाऊँ तुझमे इस कदर
मैं रूह बन कर,
कि अपनी साँसें आज
तेरे नाम कर दूँ,
तोड़ कर मैं सारी हदें
इस कदर तुझमे समा जाऊँ
कि अब तुम तुम ना रहो
और हम रहें ना हम


#SwetaBarnwal 

Monday 17 September 2018

चल छोड़ दे ये ज़िद अब...

चल छोड़ दे ये ज़िद अब
कि मिटा दे सारे रंज-ओ-गम,
खो जाएं एक दूजे के बाहों में,
छोड़ इस दुनिया का भरम...

#SwetaBarnwal


जी चाहता है...

तेरी इन आँखों में उतर जाने को जी चाहता है, 
तेरे इश्क़ मे यूँ हद से गुजर जाने को जी चाहता है,

मयकशी सी हैं ये दोनों आँखें तेरी,
डूब कर इसमें नशे में झूम जाने को जी चाहता है, 

एक बार अपनी बाहों में टूट कर बिखर जाने दे, 
आज फिर से तेरा हो जाने को ये जी चाहता है, 

गम दिए हों लाख तूने मोहब्बत मे हमको, 
हर बार तूझी पे मर मिट जाने को जी चाहता है, 

कर ले तू इस दिल पे चाहे कितने भी सितम, 
हर बार तु ही मेरा सनम हो ये जी चाहता है, 

चल छोड़ भी दे अब सारे शिकवे शिकायत, 
तेरी एक हंसी पे कुर्बान होने को जी चाहता है, 

मुकद्दर में लिखे हों चाहे कैसे भी हालात, 
ताउम्र तेरा ही साथ पाने को ये जी चाहता है... 

#SwetaBarnwal 



गर तुम्हें मुझसे मोहब्बत ना थी तो कह देते,
यूँ चुप रह कर मेरी खुशियाँ क्यूँ लूट ले गए...

#SwetaBarnwal 

बेवफ़ाई...

जब भी चाहा तूने
इस दिल से खेल लिया,
दिल से दिल मिलाकर
तूने इस दिल को तोड़ दिया,

ये दिल है दिल मेरा
कोई धर्मशाला नहीं,
जब चाहा दिल बहलाया
जब जी भर गया चल दिए,

कब तक तेरी ख्वाहिशों पे
खुद को लुटाती रहूँ,
कब तक मैं अपने दिल को
यूँ ही समझाती रहूँ,

तुझे अपने सर का
सरताज बनाया हमने,
हर आरज़ू को तेरी
अपने दिल से लगाया हमने,

तुझ पे आकर बिखर जाती हूँ मैं,
वरना किसी और का गुज़ारा नहीं,
गर जाने की ज़िद ठानी है तुमने,
चले जाओ ये दिल है मेरा आवारा नहीं,

बेवफ़ाई का इल्ज़ाम मुझपे लगा जाओ,
तुझे हर इल्ज़ाम से आज़ाद करती हूँ,
इश्क़ किया है तुझसे बेइंतहा मैंने,
तुझे अपने आप से मैं आज़ाद करती हूँ...

#SwetaBarnwal


Sunday 16 September 2018

स्त्री का वजूद...

मेरी ख़ामोशी को मेरी कमजोरी समझते हो,
जो मैं बोल दूँ तो सुई सी तुम्हें चुभ जाती है,
क्यूँ मेरे सवालों से खीज होती है तुम्हें,
उठ जाए जो सर हमारा तो तुम्हारी तौहीन हो जाती है,
जो मैं बोल दूँ तो सुई सी तुम्हें चुभ जाती है,

शर्म-ओ-हया ही हम औरतों का गहना है,
हर अत्याचार हमे यूँ ही चुप चाप सहना है,
हर खोखले रीति रिवाजों को हमे ही ढोना है,
हमारे अस्तित्व पर हर बार ये सवाल छोड़ जाती है, 
जो मैं कुछ बोल दूँ तो सुई सी तुम्हें चुभ जाती है,

नारी देवी तुल्य है, ये दुनिया को सीखलाते हो, 
पत्थर की देवी के सामने श्रद्धा से सर झुकाते हो, 
"नारी तू नारायणी" के स्वर हमेशा गाते हो, 
हमे हर अधिकार से महरूम कर जाते हो,
जो मैं कुछ बोल दूँ तो सुई सी तुम्हें चुभ जाती है,..

हर बात पर हमारे चरित्र पे उंगली उठाते हो, 
कभी हमारे कपड़ों पे तो कभी हमारी आज़ादी पे 
कभी हमारे स्वाभिमान पे तो कभी हमारी आत्मनिर्भरता पे 
ना जाने कैसे कैसे तुम सवाल उठाते हो,
जो मैं कुछ बोल दूँ तो सुई सी तुम्हें चुभ जाती है,..

तुम्हारी दुनिया, तुम्हारी अदाकारी, तुम्हारे नियम, तुम्हारे कानून, 
हम कौन हैं...? 
हमारा अस्तित्व क्यूँ सिर्फ़ तुम्हारे बिस्तर तक ही सीमित होता है, 
क्यूँ हमारा वजूद तुम से शुरू हो कर तुमपे ही ख़त्म हो जाता है,
हमे ही क्यूँ सबकुछ सहना सिखाया जाता है, 
जो मैं कुछ बोल दूँ तो सुई सी तुम्हें चुभ जाती है,..

नौ महीने कोख में बच्चे को हम रखते हैं और नाम तुम्हारा होता है, 
क्यूँ मर्दों की इस दुनिया में हमारी कोई पहचान नहीं होती है,
क्यूँ हमारी आवाज़ को हमारे गले में ही दफ़न किया जाता है,
अब और सहन ना होगा हमसे, अब ये ख़ामोशी टूटेगी,
हम नारी जब ख़ुद पे आ जाएं तो काली बन काल पे टूटेगी...

#SwetaBarnwal

Ye paisa h



Ye paisa h,
Na jane kiske jaisa h,
Har pal naye khel dikhata h, 
Ye pal pal kai rang badalta h,
Kabi tere rang ka ho jata h,
Kabi mere rang me mil jata h
Ye paisa h,
Na jane kiske jaisa h...

#SwetaBarnwal 
जी लो जी भर कर
ज़िंदगी के इन लम्हों को,
क्या खबर...!
अगले पल हो ना हो...

#SwetaBarnwal 

Saturday 15 September 2018

बेवफ़ा

वो ना बेवफ़ा था ना दिल का बुरा था,
बस किस्मत मे ना अपने मिलना लिखा था,
वो मेरी हर शायरी का आईना था,
मेरी रूह से जैसे उसका बावस्ता था,
वो मेरे दिन का चैन रातों का सुकून था,
इस बात से वो भी अनजान ना था,
यूँ तो वो हर बात में जुदा था मुझसे,
फ़िर भी मेरे हर एहसास मे वो बस्ता था,
उसकी हर कही को इस दिल ने माना,
उसे मुरत बना कर इस दिल ने पूजा,
इस कदर बस गया था वो साँसों में मेरे,
जैसे मंदिर में दिया जलाया हो किसी ने,
अचानक एक झटके में सब कुछ बदल गया,
एक झपकी सी लगी और मंजर बदल गया,
सब कुछ ठहर गया था और वो दूर जा रहा था,
कदमों के नीचे से मेरे जैसे जमीन खिसक रही थी,
संजोया था जिस दिल में मैंने वो ख्वाब सलोने,
ताश के पत्तों सा वो घर बिखर रहा था,
शायद रही होगी जरूर उसकी कोई मजबूरी,
जो तोड़ कर इस कदर वो मेरा दिल जा रहा था,
वो ना बेवफ़ा था ना दिल का बुरा था, 
बस किस्मत मे ना अपने मिलना लिखा था...

#SwetaBarnwal 
बहुत से चाहने वाले मिलेंगे
तुझे ज़िंदगी की राहों में,
पर जो कभी ना भूल पाओ
वो चाहत यकीनन हमारी होगी...

#SwetaBarnwal


कुछ लोग बिन मिले रिश्ते निभा जाते हैं,
और कुछ मिल कर भी अजनवी रह जाते हैं...

#SwetaBarnwal 
यकीनन खुशहाल तो आज भी बहुत हैं,
पर उनके चेहरे पर वो हंसी नहीं जिसकी वजह मैं थी...

#SwetaBarnwal 
हमने उन्हें टूट कर चाहा
और चाह कर फ़िर टूट गई...

#SwetaBarnwal 
इन साथ बिताए लम्हों को संजो कर रखना,
कल ये यादें तो रहेगी पर हम शायद ना होंगे...

#SwetaBarnwal 
फ़र्क नहीं पड़ता अब तेरे होने ना होने से,
सीख लिया है मैंने भी तेरे बिना अब जीना...

#SwetaBarnwal 
ख़ुदा ने जहाँ के सारे दर्द समेटे
और फ़िर मेरा दिल बना दिया...

#SwetaBarnwal

Thursday 13 September 2018

ये इश्क़ ये मोहब्बत
सारे फसाने हैं
जो किस्मत साथ नहीं
तो अपने भी बेगाने हैं...

#SwetaBarnwal

Wednesday 12 September 2018


हमारे रिश्ते को भले कोई नाम ना दो,
जब जी चाहे चले जाना पर कोई इल्ज़ाम ना दो...

#SwetaBarnwal

वो हमारी मोहब्बत है
तभी तो बदलते नहीं हैं,
शायद हम उनकी जरूरत थे,
जो वक़्त के साथ बदल दिए गए...

#SwetaBarnwal
ना तुझे मन्नतों में कभी मांगा,
ना तुझे किस्मत से कभी चाहा,
खुश रहे और आबाद रहे तू,
दिल ने बस यही दुआ मांगा...

#SwetaBarnwal
यूँ तो तेरी चाहत में हम फना़ हो जाएं,
पर मेरे बाद मेरी तरह तुम्हें चाहेगा कौन...

#SwetaBarnwal 
वो तो लफ़्ज़ों में भी हमें बांध ना सके,
और हमने तो उन्हें अपनी साँसों से जोड़ लिया है...

#SwetaBarnwal 
बस तुम चाहत का इरादा तो रखो,
उसे निभाने का वादा हमारा होगा...

#SwetaBarnwal 
खोने से डरते हैं तुम्हें,
इसलिए पाने की चाहत छोड़ दी...

#SwetaBarnwal 
Ye kaisi h चाहत
Jo waqt की मोहताज बन जाए,
सर का ताज ना सही,
पर चाहत हो ऐसी कि दिल पे दिलबर का राज हो जाए...

#SwetaBarnwal
Ye kaisi h चाहत
Jo waqt की मोहताज बन जाए,
सर का ताज ना सही,
पर चाहत हो ऐसी कि दिल पे दिलबर का राज हो जाए...

#SwetaBarnwal

Monday 10 September 2018

मानी थी जिसे हमने सूरत मोहब्बत की,
वो दिल-ए-यार निकले मुरत पत्थर की...

#SwetaBarnwal 
Vo kahte h, tumhe yaad bahut karte h hum,,,
Fir tumhi batao yaron, aajkal hichkiyan kyun band h...

#SwetaBarnwal 
Logon ki bat mat puchho,
Yahan apne hi Tanha chhod jate h...
Khilauno ki kya bisat,
Log muskurata hua dil tod jate h...

#SwetaBarnwal 
Mai jhuk gai, ise meri kamjori mat samjho,
Bass rishte ko aham se jyada ahamiyat di maine...

#SwetaBarnwal 
Beimano se gar iman karne nikloge,
To khud se beimani ho jayegi...

#SwetaBarnwal 

Sunday 9 September 2018

तुझसे बात करूं तो मिल जाए,
शायद...! सुकून यही कहलाए...

#SwetaBarnwal 
काश...! मैं भी एक झूठ होती,
जिसकी जरूरत तुम्हें हर पल होती...


#SwetaBarnwal 

Saturday 8 September 2018

बस यही तो एक फर्क है
उनकी और हमारी मोहब्बत मे,
उन्हें जब भी हमारी याद आती है बहुत आती है,
और हमें उनकी याद से कभी फ़ुर्सत नहीं मिलती है...

#SwetaBarnwal
वो मोहब्बत तो बेमिसाल करते थे,
हांँ मगर सिर्फ  फुर्सत के लम्हों मॆ...

#SwetaBarnwal 

Friday 31 August 2018

Zindagi k kisi mod pe vo humari kadra kare,
Iska intezar hum kyun karein...
Humare kai or bhi chahne vale h,
Kyun na hum unse Pyar karein...

#Sweta_Barnwal
Hamari Tammanao Ke Kafan Par
Unho Ne Mehfil Sajai Hai
Khatawar Kise Thahraye Hum Ab
Jab Dil Hi Apna Harjai Hai…!!

#SwetaBarnwal 
Harzaiyon ka hum aitbar nhi karte,
Jinhe humse pyar nhi, unka intzar nhi karte...

#SwetaBarnwal 
Mere sath mere apno ka karwan hota h,
Hum jahan chalte h vahan vo karwan chalta h...

#SwetaBarnwal 

Thursday 30 August 2018

Uski yaad me nind palkon se udd gaye,
Hum khush the ab khwabon me unse pichha chhuta...
Par haye re muhabbat,
Ab to unke liye khwab jagti ankhein dekhne lag gai...
Ishq ka kya h, vo to har bar dastak deta h...
Kabhi suno or kabhi ansuna kar k chal do...

#SwetaBarnwal 
Aksar sab ki parwah karne wala khud tanha rah jata h,,,
Honthon se chahe kuchh na kahe, ankhon se vo sab kah jata h...

#SwetaBarnwal
Uski yaad me nind palkon se udd gaye,
Hum khush the ab khwabon me unse pichha chhuta...
Par haye re dastur-e-mohabbat,
Ab to unke liye khwab jagti ankhein dekhne lag gai...

#SwetaBarnwal 
Sab kuchh vahi to h,
Tum us chhor or mai is chhor pe,
Par shayad nhi h to vo waqt,
Jisne bandha tha hume ek dor se...

#SwetaBarnwal 
Tumhara hi to khayal tha,
Isliye aaj b vahin khade h ham,
Jahan tum ye kah k gaye the,
Rukna...! main aata hun...

#SwetaBarnwal 

Tuesday 28 August 2018

आ छुपा लूँ तुझको इस जमाने से,
बस चले आओ एक बार किसी बहाने से...

#SwetaBarnwal
मेरी इन जुल्फों के बिखरने का सबब कोई है,

दिल कहता है इन आँखों मे कशिश कोई है...

#SwetaBarnwal
वो अपनी पहली मुलाकात,
और हम दोनों ही मजबूर थे...
हम जुल्फें ना संभाल सके,
और वो खुद को...

#SwetaBarnwal
मेरे चेहरे पर जुल्फों को फैला कर ना जाओ हर दिन,
कभी बादल बन कर बरस जाओ किसी दिन...

#SwetaBarnwal
जुल्फ खुली रखती हु मैं,
दिल बाँधने के लिए....
ये कोई फंदा जानलेवा नहीं
मोहब्बत की डोर है...

#SwetaBarnwal
बरसों से अरमान है इस दिल में,
कभी तो चाँद हमारे अंगना उतरे...

#SwetaBarnwal
Ye chand akela har dil ko bahlata h,
Lakhon taron k bich fir bhi tanha rah jata h..

#SwetaBarnwal
Is chand ki bhi yaaron ajab dastan h,
Kahta kuch nhi aur kah bahut kuch jata h...

#SwetaBarnwal 
Unki tasvir se bhi aisa nur barasta h,
Vo kahan kisi hur ke chehre se jhalkata h...
Khud Khuda ki anmol karigri h vo,
Aisa aksa kahan roj roj banta h...

#SwetaBarnwal
Aie chand khud pe itna gurur na kar,
Mere yar se mil ek surer na chha jaye to kahna...

#SwetaBarnwal

Monday 27 August 2018

Un vadiyon se kuch lamhen hamare liye bhi chura lana,

Jo guzare h bachpan hamne thoda unko bhi sanjo lana...

#SwetaBarnwal

Friday 24 August 2018

है मुमकिन 
तो कोई मेरे जैसा ढूंढ कर लाओ, 
जो तुमसे जुदा हो कर भी 
बेपनाह मोहब्बत करे हमारी तरह... 

#SwetaBarnwal 
उन्होंने कहा... 
तुम्हारे जैसी एक नहीं हम दस ढूंढ लाएंगे, 
हमने भी कह दिया... 
ढूंढोगे भी तो तुम हमारे जैसा...

#SwetaBarnwal 
ये जो मेरे चेहरे की रंगत खिली हुई है,
तेरे ही मोहब्बत के रंग से सजी हुई है...

#SwetaBarnwal
छोड़ दिया अब हमने भी किसी को बेवजह याद करना,
जिन्हें हमारी फ़िक्र नहीं उनसे कोई फरियाद क्या करना...

#SwetaBarnwal
इस तंग दिल जहां मे
मेरा दिलबर बड़ा संग दिल निकला,
हमने उसे दिल दिया
और वो मेरी जान का सौदागर निकला...

#SwetaBarnwal
दिल लगे ना लगे आँखों को लग जाने दो,
हकीकत मे ना सही ख्वाबों में तो मिल जाने दो...

#SwetaBarnwal

Thursday 23 August 2018

हर किसी को यहां सच्ची मोहब्बत नहीं मिलती,
बारिश की बूंदों मे भी आँसुओं को देख ले वो नज़र नहीं मिलती...

#SwetaBarnwal
तस्वीरों में होठों की हसीं दिखाना आसान है,
कोई दिल का दर्द दिखाए तो कोई बात हो...

#SwetaBarnwal 
मेरी मजबूरियों को बेवफ़ाई का नाम ना दे,
मुझे याद रख भले ही होठों से मेरा नाम ना ले,
ये वहम है तेरा कि भूल गए हैं तुझे हम,
एक लम्हा भी ऐसा नहीं मेरा जब दिल तेरा नाम ना ले...

#SwetaBarnwal
आप चाहो भी तो हमे भूल नहीं पाओगे,
हमारे बिना ये ज़िन्दगी जी नहीं पाओगे,
आज हम हैं तो कद्र कर लो हमारी,
कल हम ना रहें तो तन्हा मर भी नहीं पाओगे...

#SwetaBarnwal
खोए हुए को ढूंढना तो आसान है,
पर जो बदल गए उनको कोई कैसे ढूंढे...

#SwetaBarnwal 
नज़रों से वो दूर सही
पर दिल के आसपास है,
बहुत ही खास यारों
उनके होने का अहसास है...

#SwetaBarnwal

Wednesday 22 August 2018



मेरे वज़ूद से सिमटी खुशबू किसी के नाम की है,
मेरी हर धड़कन किसी के नाम की है,
सांसें तो बड़ी देर लेती है आने जाने मे,
मेरी तो ये रूह भी किसी के नाम की है...

#SwetaBarnwal
कोई मेरे जज़्बात नहीं समझता
तो कोई हालात नहीं समझता,
समझने वाले तो आँखों को भी समझ लेते हैं,
और कोई पूरी किताब भी नहीं समझता...

#SwetaBarnwal

तकदीर ने जब जैसे चाहा बदल गए हम,
संभल कर चले फिर भी फिसल गए हम,
हमे लगता है दुनिया बदल गई है,
पर लोगों को लगता है बदल गए हैं हम...

#SwetaBarnwal
नकाब अपने तुम सरक जाने दो
जरा सा कदम हमारे बहक जाने दो,
अपने थोड़ा सा हमे करीब आने दो,
अरमानों को थोड़ा मचल जाने दो...


#SwetaBarnwal 
कुछ तो गहरी बात होगी मोहब्बत मे,
वर्ना यूँ कोई हीर और रांझा नहीं होता...

#SwetaBarnwal
कैसे करूँ मैं शुक्रिया आपका,
कि मुझे जमीं से उठा कर फ़लक पर बिठाया,
नज़रों में समा कर पलकों पर बिठाया,
मेरे बिखरे शब्दों को अपनी कविता से सजाया...

#SwetaBarnwal
करो जो हमे याद तुम,
फ़ुर्सत के लम्हें अपने आप मिल जाएंगे,
दिल में अगर चाहत हो
मिलने की वजह ख़ुद-ब-खुद बन जाएंगे...

#SwetaBarnwal
ये इत्तेफाक भी यारों बड़े इत्तेफाक से होता है,
ये हादसा भी नहीं हर किसी के साथ होता है...

#SwetaBarnwal
कैसे ना देखूँ उस चाँद को
बिना उसके दीदार के चैन मिलता नहीं,
उस ने अपने अक्स में
मेरे यार की तस्वीर जो छुपा रखी है...

#SwetaBarnwal
कुछ ऐसे लफ़्ज़ों मे उन्होनें तारीफ़ की हमारी, 
हमने तब कभी खुद को कभी उस चाँद को निहारा...

#SwetaBarnwal


नज़रें चाहे जिस नज़र पे ठहरे,
मेरी नज़र तो बस तेरी सूरत पे ठहरे...

#SwetaBarnwal


तेरे इश्क़ का कितना हसीन अहसास है,
लगता है तू यहीं कहीं मेरे आसपास है...

#SwetaBarnwal


थाम रखा है हमने भी दिल की धड़कनों को,
बस आप आ जाओ तो दिल को करार आ जाए...

#SwetaBarnwal
यही चेहरा, यही रंगत, यही हुस्न निखरा है,
जब भी सोचूँ कोई ख्वाब, तेरा ही अक्स निकला है...

#SwetaBarnwal
मेरी धड़कनों को उसने धड़कना सिखा दिया,
जबसे मिले हैं वो हमें गम में मुस्कुराना सिखा दिया...

#SwetaBarnwal

Tuesday 21 August 2018


थाम रखा है हमने भी दिल की धड़कनों को,
बस आप आ जाओ तो दिल को करार आ जाए...

#SwetaBarnwal


तेरे इश्क़ का कितना हसीन अहसास है,
लगता है तू यहीं कहीं मेरे आसपास है...

#SwetaBarnwal

ये मोबाइल लैपटॉप ने ही रिश्तों को संभाल रखा है,
वर्ना पड़ोस में कौन रह रहा है किसे ख़बर...

#SwetaBarnwal
इसे मेरी पहली गुज़ारिश कहो 
या फ़िर समझो तुम आख़िरी ख्वाहिश,
ये ज़िन्दगी जिएं तो तेरी याद में
और जो दम निकले तो तेरी गोद में...

#SwetaBarnwal

Saturday 11 August 2018



कुछ हट कर ही हैं हम इस जमाने से,
यूँ ही नहीं मिलते हर किसी को मनाने से...

#SwetaBarnwal 
हमे उनकी यादों से फ़ुर्सत नहीं,
और उन्हें हमे याद करने की फ़ुर्सत नहीं...

#SwetaBarnwal

ऐ विधाता...!

 ऐ विधाता...! ना जाने तू कैसे खेल खिलाता है...  किसी पे अपना सारा प्यार लुटाते हो, और किसी को जीवन भर तरसाते हो,  कोई लाखों की किस्मत का माल...